एशियन गेम्स ट्रायल विवाद में हुई खाप पंचायत में हंगामा जींद:चीन में होने वाले एशियाई खेलों को लेकर बिना ट्रायल के पहलवान बजरंग पूनिया को भेजने का विवाद नहीं थम रहा है. विवाद के समाधान के लिए शनिवार को जींद की जाट धर्मशाला में महापंचायत का आयोजन किया गया. जिसमें प्रदेशभर की कई खापों ने हिस्सा लिया. खापों की इस महापंचायत में आखिर तक कोई समाधान तो नहीं निकल पाया, बल्कि इस दौरान काफी हंगामा हो गया बात हाथापाई तक जा पहुंची. इस बीच बजरंग पूनिया और उनके ट्रायल को चुनौती देने वाले विशाल कालीरमण के भाई ने नारेबाजी भी की. हलांकि इस पंचायत में बजरंग पुनिया नहीं पहुंचे.
ये भी पढ़ें:Defamation Case: पहलवान बजरंग पुनिया के खिलाफ दाखिल मानहानि मामले में सुनवाई 14 सितंबर तक टली
इस हंगामे के चलते खाप पंचायतों ने खुद को इस मामले से अलग कर लिया है. यानी खाप पंचायत अब बजरंग पूनिया और पहलवान विशाल कालीरमण के बीच के इस विवाद में किसी तरह का हस्तक्षेप नहीं करेगी. इस मामले में खाप पंचायतों का कहना है कि इस पर कोई भी फैसला कुश्ती फेडरेशन को करना है. वहीं, इस मामले में पहलवान विशाल कालीरमण अब कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं. यानी बजरंग पुनिया के चयन के खिलाफ विशाल कालीरामण के परिजन कोर्ट में जाएंगे.
उनका कहना है कि अब वह खाप पंचायत नहीं न्यायालय का रुख करेंगे. विशाल कालीरामण के भाई कृष्ण ने कहा कि बजरंग पूनिया या तो भाई के साथ कुश्ती करें नहीं तो कोर्ट में चैलेंज करेंगे. हालांकि इन सबके बीच खापों के प्रतिनिधियों ने कहा कि इस संबंध में फैसला रेसलिंग एसोसिएशन को करना है और इसमें खापों को कोई दखल नहीं देना चाहिए. क्योंकि यह दो पहलवानों का निजी मामला है. पंचायत में सर्व खाप के प्रवक्ता सूबे सिंह समैण के साथ कुछ लोगों की कहासुनी हो गई. इधर इस मामले को लेकर पंचायत में खाप के प्रतिनिधियों और विशाल के भाई कृष्ण के बीच बहस हो गई. बजरंग पूनिया के खिलाफ इन लोगों ने नारेबाजी की. यहां तक की इस बीच बात हाथापाई तक पहुंच गई.
क्या है पूरा मामला: आपको बता दें कि चीन में होने वाले एशियाई खेलों को लेकर पहलवान विशाल कालीरमण का आरोप है कि उनका चयन कुश्ती की पांच ट्रायल पास करने के बाद भी नहीं हुआ, जबकि बजरंग पूनिया को बिना ट्रायल ही एशियाड में भेजा जा रहा है. विशाल को इसमें स्टैंड बाई के तौर पर रखा गया है. इस विवाद को सुलझाने के लिए आज जींत में खाप महापंचायत रखी गईं. लेकिन अब खाप पंचायतों ने इस विवाद से किनारा कर लिया है. जिसके बाद अब कालीरमण ने चयन को अदालत में चुनौती देने का ऐलान किया है.
ये भी पढ़ें:पहलवानों को ट्रायल में छूट देने का मामला: दिल्ली हाई कोर्ट का फैसला