चंडीगढ़:सिरसा स्थित चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी की कुछ छात्राओं ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और राज्य महिला आयोग को एक शिकायत पत्र भेजा है. इस पत्र में पीड़ित छात्राओं ने यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर पर उनके साथ एकांत में गंदी और अश्लील हरकतें करने के आरोप लगाए हैं. शिकायत में कहा है कि आरोपी प्रोफेसर अत्यधिक चरित्रवान होने का झूठा दिखावा करता है. इस गुमनाम पत्र में पीड़ित शिकायतकर्ता छात्राओं ने अपनी पहचान गोपनीय रखा है. साथ ही प्रोफेसर का नाम भी उजागर नहीं किया.
चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी में एक प्रोफेसर और डीन के खिलाफ शिकायत आई है. इसके बारे में अभी जांच चल रही है. चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी में गुमनाम चिट्ठी में एक प्रोफेसर पर छात्राओं से यौन शोषण के आरोप लगाए गए हैं. आरोप है कि लड़कियों को गलत तरीके से टच किया गया है. मामले की जांच की जा रही है. इस संबंध में छात्राओं के बयान भी लिए जा रहे हैं और यूनिवर्सिटी स्टाफ से भी पूछताछ की जा रही है. जांच के बाद जो तथ्य सामने आएंगे उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.अगर इस तरीके की कोई बात सामने आती है तो एक्शन लिया जाएगा. - दीप्ति गर्ग, एसपी, सिरसा
क्या बोले विवि के रजिस्ट्रार?:रजिस्ट्रार डॉ. राजेशबंसल ने कहा कि गुमनाम पत्र मिला है जिसमें यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर पर संगीन आरोप लगाए गए हैं. इस संबंध में पुलिस प्रशासन जांच कर रहा है. जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उसके बाद ही कोई जानकारी दी जा सकती है. अभी कुछ भी कहना सही नहीं होगा. जांच के आधार पर ही कुछ आगे कहा जा सकता है. शिकायत पत्र में कोई तारीख नहीं दी गई है. मुद्दा गंभीर है इसलिए इसपर बिना जांच के या पुख्ता सबूत के कुछ कहा नहीं जा सकता.
बड़े राजनीतिक परिवार से आरोपी का संबंध-पीड़ित छात्राओं ने अपने शिकायत पत्र में लिखा है कि चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अजमेर सिंह आरोपी प्रोफेसर पर अंधा विश्वास करते हैं. जिसके कारण उसके खिलाफ कार्रवाई करने में विवश और असमर्थ हैं. विश्वविद्यालय की गुमनाम शिकायतकर्ता पीड़ित छात्राओं ने ये भी कहा है कि उन्हें विश्वविद्यालय से निकालने की धमकी दी जाती है. परीक्षा के समय अंक बढ़ाने और प्रैक्टिकल में अच्छे अंक लगवाने का लालच भी दिया जाता है. उन्होंने आरोपी प्रोफेसर को अत्यधिक राजनीतिक प्रभावशाली और रसूखदार बताया. उसके संबंध एक बड़ी राजनीतिक परिवार से बताये जाते हैं.
छात्राओं के साथ एकांत में की गई अश्लील हरकतें-शिकायतकर्ता छात्राओं ने अपने पत्र में आरोपी प्रोफेसर की पहचान यूपी निवासी के रूप में लिखी है. यह भी आरोप है कि विश्वविद्यालय में आरोपी के गाइड और सब्जेक्ट एक्सपर्ट ने लेनदेन करके उसकी नियुक्ति करवाई है. पीड़ित छात्राओं ने आरोप लगाए हैं कि प्रोफेसर ने पहले उन्हें अपने कार्यालय में बुलाया और फिर सभी अन्य स्टाफ सदस्यों को बाहर भेजा. जिसके बाद उसने छात्रा से अश्लील हरकत की. यहां तक कि उनके द्वारा किसी से शिकायत करने पर अंजाम बुरा होने की धमकी तक दी. यह भी आरोप है कि प्रोफेसर ने छात्राओं से कहा कि उसने सभी सबूत नष्ट कर दिए हैं और अब वह उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकतीं.