नई दिल्ली : हरियाणा के नूंह में हुई सांप्रदायिक झड़प में मरने वालों की संख्या छह हो गई है. इसकी वजह से राज्य के आठ जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है, ताकि हिंसा का दौर फिर से शुरू न हो जाए. कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं. केंद्र सरकार ने प्रभावित इलाकों में सुरक्षा बढ़ाने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल भेजे हैं. पैरामिलिट्री फोर्स की 20 कंपनियां वहां पर तैनात की गई हैं. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि अब तक 116 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. कुल 44 एफआईआर दर्ज किए गए हैं. रैपिड एक्शन फोर्स ने रात में फ्लैग मार्च किया. पूरे मामले को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने एनआईए जांच की मांग की है.
दिल्ली-यूपी-राजस्थान में अलर्ट- उत्तर प्रदेश के ग्यारह सीमावर्ती जिलों में पुलिस को सतर्क कर दिया गया है. ये जिले हैं - बागपत, हापुड़, अलीगढ़, मथुरा, आगरा, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, नोएडा, शामिली, मेरठ. इसी तरह से राजस्थान के अलवर, किशनगढ़, मालाखेड़ा, रामगढ़, गोविंदगढ़ में भी विशेष सतर्कता बरती जा रही है. दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद किया गया है. आज बजरंग दल ने एक विरोध मार्च भी निकाला, इसको लेकर विशेष रूप से सतर्कता बरती गई.
क्या कहा सुप्रीम कोर्ट ने - इस मामले पर एक याचिका दाखिल की गई है. सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को मामले पर सुनवाई करेगा. हालांकि, कोर्ट ने आज कहा कि हेट स्पीच के मामले पर वह पहले ही दिशा निर्देश दे चुका है, इसलिए उसका पालन अनिवार्य है. कोर्ट ने कहा कि सरकार सुनिश्चित करे कि किसी भी एरिया में कोई हिंसा न हो, और न ही किसी भी तरह की हेट स्पीच का प्रसार हो सके. हालांकि, कोर्ट ने बजरंग दल की दिल्ली में रैली पर रोक लगाने से इनकार कर दिया.
हरियाणा के सांसद और केंद्रीय मंत्री ने पीएम से की मुलाकात- केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. इंद्रजीत सिंह गुरुग्राम से सांसद हैं. उनका एक बयान मीडिया में आया है. इसमें उन्होंने इस हिंसा के लिए दोनों पक्षों को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान दोनों पक्ष अगर हथियार लेकर चल रहे थे, तो यह बहुत ही गंभीर विषय है और इसकी जांच की जानी चाहिए.
क्या यात्रा की पूरी जानकारी नहीं साझा की गई थी - हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि जिन लोगों ने जुलूस निकाला था, उस पर किसी ने हमला कर दिया. सीएम के अनुसार इसमें किसी साजिश की बू आती है. उन्होंने यह भी कहा कि पीड़ितों की मदद के लिए सरकार अलग से योजना चलाएगी. मीडिया से बात करते हुए सीएम ने यह भी कहा कि पुलिस हर व्यक्ति की सुरक्षा नहीं कर सकती है, क्योंकि हमारे पास 60 हजार जवान हैं, जबकि राज्य की जनसंख्या 2,7 करोड़ है.
हालांकि, राज्य के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटालाने पूरे मामले पर कुछ और ही कहा. उन्होंने कहा कि आयोजकों ने यात्रा रूट की पूरी जानकारी साझा नहीं की थी. चौटाला के अनुसार सीमित जानकारी होने की वजह से स्थिति बिगड़ गई और उस समय पर्याप्त सुरक्षा बल उपस्थित नहीं था.
कांग्रेस ने राज्य सरकार पर किया प्रहार - कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मुख्यमंत्री को इस बात की जानकारी थी कि इस यात्रा के दौरान हिंसा हो सकती है, फिर भी पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था मुहैया नहीं करवाई गई. सुरजेवाला ने कहा कि इंटेलिजेंस एजेंसियों ने राज्य सरकार को अलर्ट किया था. कांग्रेस नेता ने कहा कि राज्य सरकार पूरी तरह से इस मामले में संदिग्ध नजर आती है. उन्होंने कहा कि पहले तो एसपी को छुट्टी दी गई, फिर मोनू मनेसर के भड़काऊ पोस्ट पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, उलटे राज्य के मंत्री अनिल विज ने उसे पाक साफ घोषित कर दिया.