चंडीगढ़: कृषि कानून के खिलाफ किसानों के विरोध के बीच, हरियाणा में नगरपालिका चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ. मगर काफी कम मतदान हुआ. राज्य में सत्ताधारी पार्टी भाजपा की सहयोगी जननायक जनता पार्टी और कांग्रेस आमने सामने रही.
मतदान के अंत तक अंबाला, पंचकूला और सोनीपत के नगर निगमों का मतदान प्रतिशत क्रमश: 52 प्रतिशत, 35 प्रतिशत और 48 प्रतिशत रहा.
चुनाव अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि और जगहों का आंकड़ा आने पर मतदान का प्रतिशत और बढ़ने की उम्मीद है.
अक्टूबर 2019 में राज्य में भाजपा-जेजेपी गठबंधन के सत्ता में आने के बाद ये राज्य में पहला चुनाव हैं.
मेयर और अंबाला, पंचकूला और सोनीपत के नगर निगमों के वार्डो के सदस्यों और रेवाड़ी की नगरपालिका परिषद के अध्यक्ष और सदस्यों और सांपला (रोहतक), धारूहेड़ा (रेवाड़ी) और उकलाना (हिसार) नगरपालिका समितियों के सदस्यों के लिए मतदान हुआ.
इससे पहले पोलिंग एजेंट और वोटर को सलाह दी जाती है कि वह मतदान वाले दिन अपने मोबाइल को घर पर ही मोबाइल रख कर जाए. मतदान केंद्र पर मोबाइल रखने को लेकर चुनाव आयोग के दिशा निर्देश अनुसार प्रतिबंध लगाया गया है.
अंबाला, पंचकुला और सोनीपत नगर निकायों के सभी वार्डों के सदस्य और महापौर पद के लिए, रेवाड़ी के नगरपालिका परिषद, सांपला (रोहतक), धारूहेड़ा (रेवाड़ी) और उकलाना (हिसार) की नगरपालिका समितियों के अध्यक्ष और सभी सदस्यों के चुनाव के लिए मतदान हो रहा है.
नगर पालिका समिति, इंद्री (करनाल) के वार्ड नंबर सात, भूना (फतेहाबाद) के 13, राजौंद (कैथल) के 12, नगरपालिका परिषद फतेहाबाद के 14 और नगरपालिका परिषद सिरसा के वार्ड नंबर 29 के लिए उपचुनाव भी हो रहे हैं.