नूंह हिंसा पर दुष्यंत चौटाला का बड़ा बयान, गौरक्षा के नाम पर प्रदेश का माहौल खराब कर रहे उपद्रवी रोहतक:हरियाणा केनूंह में हुई हिंसा के बाद अब सरकार के अंदर ही टकराव शुरू हो गया है. डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला लगातार मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गृह मंत्री अनिल विज से हटकर बयान दे रहे हैं. दुष्यंत चौटाला का बयान खुद सरकार और पुलिस प्रशासन को भी कटघरे में खड़ा कर रहा है. इसी कड़ी में रोहतक पहुंचे डिप्टी सीएम ने एक बार फिर कथित गौरक्षकों को लेकर बड़ा बयान दे दिया.
हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि खुद को गौ रक्षक कहने वालों के खुद के घर में गाय नहीं है. उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा सवाल यह है कि जो लोग अपने आप को गौरक्षक कहते हैं, वो अपने घरों में गाय को पालते हैं क्या. डिप्टी सीएम ने कहा कि खुद को गौरक्षक कहने वाले खुद गाय नहीं पालते और गौरक्षा के नाम पर प्रदेश का माहौल खराब करते हैं. डिप्टी सीएम ने कहा कि सामाजिक तौर पर मूमेंट चलाकर माहौल खराब करना बड़ा आसान है, भाईचारा बनाकर रखना मुश्किल. यही नहीं उन्होंने यहां तक कहा कि मेवात की घटना जिन लोगों ने की है, वो बहुत उकसाने के बाद की है.
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गौरक्षा के नाम पर माहौल खराब करने वाले लोगों को समाज से दूर करेंगे. प्रदेश का माहौल खराब करने से उनकी रोजी रोटी चलती है. वो यहां नहीं करेंगे तो दूसरे प्रदेश में माहौल खराब करेंगे. जिस समाज में 600 साल के इतिहास में ऐसी घटना नहीं हुई. जहां महात्मा गांधी के आह्वान पर आजादी के बाद पूरा मेवात अटल होकर खड़ा रहा. आज वहां ऐसी घटना किसी ने करवाई है तो बहुत उकसाने के बाद हुई है. और उन सबके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. दुष्यंत चौटाला, डिप्टी सीएम
इसके अलावा डिप्टी सीएम ने राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के बयान पर भी जवाब दिया. दुष्यंत चौटाला ने कहा कि वर्तमान के घटनाक्रम हों या फिर पुराने घटनाक्रम, अगर उनमे मिलकर ऑपरेशन चाहते हैं, तो राजस्थान सरकार टीम गठित करें. हम उनके साथ हैं. पहले भी तीन बार सहयोग किया है. दोनों प्रदेशों को बयानबाजी छोड़कर अपराधियों के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए.
गौरतलब है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर हरियाणा सरकार पर निशाना साधा था. गहलोत ने कहा था कि हरियाणा सरकार ने नासिर-जुनैद हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार करने में कोई सहयोग नहीं किया था बल्कि राजस्थान पुलिस पर ही एफआईआर दर्ज कर ली थी. हत्याकांड के जो भी आरोपी फरार हैं, उनको तलाशने में हरियाणा पुलिस राजस्थान पुलिस का सहयोग नहीं कर रही है.
हरियाणा में इस समय बीजेपी और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) गठबंधन की सरकार है. दुष्यंत चौटाला जेजेपी से सरकार में डिप्टी सीएम हैं. इतने बड़े मुद्दे पर सरकार की लाइन से अलग हटकर बोलने के कई मतलब निकाले जा रहे हैं. दोनों पार्टियों में पहले भी गठबंधन को लेकर टकराव देखा गया था. दुष्यंत के बयान के बाद बीजेपी के सीएम मनोहर लाल और गृह मंत्री अनिल विज के लिए जवाब देना मुश्किल होगा. नूंह की हिंसा को गृह मंत्री अनिल विज और मुख्यमंत्री मनोहर लाल प्रायोजित षडयंत्र बताते आ रहे हैं. अनिल विज ने तो यहां तक कहा कि बिना पूर्व तैयारी के इतनी बड़ी घटना नहीं हो सकती.
गौरतलब है कि 31 जुलाई को नूंह में ब्रज मंडल यात्रा पर हुए पथराव के बाद शहर में हिंसा भड़क गई थी. हिंसा के बाद नूंह समेत 8 जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई. सरकार ने नूंह में कर्फ्यू लगा दिया. इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी. नूंह हिंसा में कुल 6 लोगों की मौत की पुष्टि हुई. कई लोगों के घायल होने की खबरें भी सामने आई. इस मामले में 104 एफआईआर दर्ज की गई. जबकि 216 गिरफ्तारियां की गई है. वहीं, 80 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
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