चंडीगढ़: केंद्रीय चुनाव आयोग ने हरियाणा (Haryana) समेत सभी राज्यों में खाली सीटों पर उप चुनाव के लिये आज अधिसूचना जारी कर दी है. हरियाणा में हिसार लोकसभा क्षेत्र के आदमपुर विधानसभा सीट (Adampur assembly seat) पर भी उपचुनाव होने वाले हैं, जहां से पूर्व में कुलदीप बिश्नोई (Former MLA Kuldeep Bishnoi) कांग्रेस पार्टी से विधायक रहे. अगस्त माह में कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस पार्टी छोड़ भाजपा का दामन थामा और विधायक पद दे इस्तीफा दे दिया था. अब आदमपुर से वह अपने बेटे भव्य बिश्नोई को चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रहे हैं.
पूर्व विधायक कुलदीप बिश्नोई की तैयारी कुलदीप बिश्नोई के उत्साह का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि उप चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही उन्होंने आदमपुर सीट पर अपने बेटे भव्य की उम्मीदवारी तय मान ली है. हालांकि आदमपुर से भाजपा का उम्मीदवार कौन होगा, ये भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व तय करेगा, लेकिन आज दिल्ली में मीडिया से बातचीत करते हुए कुलदीप बिश्नोई, उनकी पत्नी रेणुका बिश्नोई और बेटे भव्य बिश्नोई को मानो पहले ही पता चल गया कि टिकट उनके घर ही आना है. इसलिए उन्होंने तमाम तैयारियां भी शुरू कर दी हैं.
ऐसे में भाजपा केंद्रीय नेतृत्व की तरफ से आधिकारिक घोषणा अब महज औपचारिकता मात्र ही रह गई है. कुलदीप बिश्नोई ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि आदमपुर सीट उनके पिता भजनलाल के समय से ही उनकी पारिवारिक सीट रही है और ऐसे में उनकी जीत पक्की है. बेटे भव्य ने तो यह भी घोषणा कर दी है कि वह विधानसभा क्षेत्र के लिये बाकायदा अलग से घोषणापत्र जारी करेंगे. 29 वर्षीय भव्य बिश्नोई इससे पहले कांग्रेस पार्टी के टिकट पर 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं, जिसमें उनकी हार हुई थी लेकिन आदमपुर विधानसभा सीट पर जीत के लिये वह आश्वस्त हैं.
हालांकि दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी और कांग्रेस भी उप चुनाव के लिये तैयारी में कोई कमी नहीं रख रही. कांग्रेस नेता भूपिंदर हुडा ने आदमपुर सीट पर दावा ठोकते हुए कहा कि यह सीट कांग्रेस की है और कांग्रेस का उम्मीदवार ही अब वहां से जीतेगा. इसके अलावा कहीं न कहीं बिश्नोई परिवार पर परिवारवाद का आरोप भी लगाया जा रहा है. लेकिन इस सवाल पर जवाब देते हुए कुलदीप बिश्नोई ने कहा है कि वह ऐसा नहीं मानते. एक राजनीतिक परिवार का बेटा राजनीति में आ सकता है.
वहीं दूसरी ओर भावी उम्मीदवार भव्य बिश्नोई ने कहा कि उन्हें निश्चित रूप से जनता का पूरा समर्थन मिलेगा और रिकॉर्ड वोटों से वह जीत कर विधायक बनेंगे. अब देखना यह होगा कि भाजपा नेतृत्व की ओर से उनके उम्मीदवारी की औपचारिक घोषणा कब होती है, क्योंकि वह पहले ही चुनाव की तैयारी शुरू कर चुके हैं. बता दें कि उपचुनाव की तारीख तीन नवंबर है, जबकि 6 नवंबर को नतीजे घोषित होंगे.