चंडीगढ़: दिल्ली में आयोजित विश्व महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2023 में हरियाणा की दो बेटियों ने कमाल कर दिया है. एक ओर देश में नवरात्रि की धूम है वहीं, नवरात्रि में हरियाणा की 'नारी शक्ति' ने बॉक्सिंग चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाकर मेडल तो पक्का कर ही लिया है. अब देश को हरियाणा की इन दोनों छोरियां नीतू घणघस और स्वीटी बूरा से गोल्ड की उम्मीदें जग गई हैं.
शेड्यूल के अनुसार फाइनल मुकाबला शनिवार, 25 मार्च को शाम 6 बजे से शुरू होगा. बता दें कि, नीतू घणघस 45-48 किलोग्राम की कैटेगरी में खेल रही हैं. वहीं, नीतू का मुकाबला मंगोलिया की बॉक्सर लुतसाईखान अल्टांटसेतसेग के साथ होगा. वहीं, स्वीटी बूरा 81 किलोग्राम की कैटेगरी में खेल रही हैं. फाइनल में स्वीटी का मुकाबला का मुकाबला चीन की महिला बॉक्सर वैंग लीना से होगा.
बता दें कि सेमीफाइनल में नीतू घणघस ने कजाकिस्तान की बाल्कीबेकोनवा को 5-2 से हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की की है. वहीं, 2014 में विश्व चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल विजेता स्वीटी बूरा ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया की सू एमा को 4-3 से हराकर फाइनल मुकाबले में अपनी जगह पक्की कर ली है.
कौन हैं बॉक्सर नीतू घणघस?: 6 अगस्त 2022 को बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में महिलाओं के 48 किलोग्राम भार वर्ग में गोल्ड मेडल जीत कर इतिहास रचने वाली नीतू घणघस का जन्म 19 अक्टूबर 2000 को हरियाणा के भिवानी जिले के धनाना गांव में हुआ. नीतू ने पिता जयभगवान की प्रेरणा से 2012 में मुक्केबाजी की शुरुआत की. नीतू के पिता सरकारी नौकरी करते हैं. नीतू ने साल 2017 में आईबा यूथ वूमेन बॉक्सिंग प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था. वहीं, 2018 में नीतू ने एशियन यूथ बॉक्सिंग में भी गोल्ड मेडल जीता था. 2022 में बुल्गारिया में 73वें सरांडजा बॉक्सिंग टूर्नामेंट में नीतू ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया. 2016 में पैल्विक इंजरी से रिक्वर होने के बाद नीतू ने आईबा यूथ बॉक्सिंग में मेडल अपने नाम किया था, जबकि 2019 में शोल्डर इंजरी के कारण नीतू को दो साल तक मुक्केबाजी से दूर रहना पड़ा था.