हिसार: चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय का एबिक सेंटर छात्रों, उद्यमी और किसानों के लिए बेहद कारगर साबित हो रहा है. जिन लोगों के पास यूनीक एग्री बिजनेस आइडिया है. उन लोगों को यहां ट्रेनिंग के साथ बिजनेस शुरू करने के लिए आर्थिक मदद भी दिया जा रही है. एबिक सेंटर में अभी तक 101 लोगों को यहां प्रशिक्षण दिया जा चुका है. जिसमें से 62 लोग अनुदान प्राप्त कर अपना खुद का व्यवसाय स्थापित कर चुके हैं और 39 प्रोजेक्ट अभी पाइपलाइन में है.
अगर आप का आईडिया एबिक सेंटर को नियमानुसार फायदेमंद और उपयोगी लगा तो इस सेंटर से आपको दो महीने का प्रशिक्षण दिया जाएगा. साथ ही आपको उद्योग स्थापित करने के लिए पांच लाख से 25 लाख रुपए तक उपलब्ध करवाई जाएगी. इस साल एबिक ने आवेदन करने की अंतिम तिथि 14 अक्टूबर 2021 तक बढ़ा दी है. इसके लिए उम्मीदवार को चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय और एबिक की वेबसाइट www.hau.ac.in या www.abichauhisar.com पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा.
खेती से बिजनेस करने का आइडिया एबिक की चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर मीनाक्षी ने बताया कि इस सेंटर के माध्यम से विद्यार्थी, बेरोजगार युवा, किसान और उद्यमी को मार्केटिंग, नेटवर्किंग, लाईसेंसिग, ट्रैडमार्क और पेटेंट, तकनीकी और फंडिग से संबंधित प्रशिक्षण लेकर कृषि क्षेत्र में अपने स्टार्टअप को नया आयाम दे सकते हैं. इसके साथ ही यहां प्रशिक्षण के साथ-साथ आर्थिक सहायता भी दी जाती है.
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मीनाक्षी ने बताया कि एबिक ने गत 2 सालों में आरकेवीवाई के तहत 66 लोगों को दो महीने का प्रशिक्षण दिया है. जिसमें से 27 स्टार्टअपस को कृषि और कृषि कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 3 करोड़ 15 लाख की राशि स्वीकृत की जा चुकी है. उन्होंने बताया कि इच्छुक उम्मीदवार के लिए कृषि क्षेत्र में अपना व्यवसाय स्थापित करने का यह एक सुनहारा अवसर है, जिसे पहल और सफल में आवेदन करके लाभ उठाया जा सकता है.
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कैसे कर सकते हैं आवेदन:आवेदन की प्रक्रिया बिल्कुल निशुल्क रहेगी और आवेदन करने वाला प्रदेश या फिर निकटवर्ती राज्य का होना जरूरी है, जो हरियाणा में आकर अपना व्यवसाय स्थापित करने का इच्छुक हो. इसके अलावा आवेदन करने वाले का मुख्य आइडिया एग्री बॉयोटैक, बागवानी, जैविक खेती, पशुपालन, मत्स्य पालन, सूक्ष्म सिंचाई, कृषि अभियांत्रिकी, खेती मशीनीकरण, कम खर्च में अधिक उत्पादन, आपूर्ति श्रृखंला प्रबंधन, कटाई व कटाई के बाद की प्रक्रिया, खाद्य प्रक्रिया एवं मूल्य संवर्धन, कृषि में कृत्रिम बुद्धिमता इत्यादि का विशेष ध्यान रखना होगा.
हिसार में चल रहे बाजरे के बिस्किट और बाजरे के अन्य उत्पाद के प्रोजेक्ट भी इसी एबिक सेंटर की सहायता से स्थापित किए गए हैं. अभी सेंटर द्वारा प्रदेश भर में स्थापित करवाए गए व्यवसाय के जरिए हजारों लोग रोजगार पा रहे हैं. ऐसे लोग जिनके पास काम करने का हुनर है और नया रोजगार स्थापित करने का आइडिया भी है. उन लोगों के लिए यह एबिक सेंटर वरदान साबित होता है.