नई दिल्ली/जयपुर :राजस्थान में कूड़े में कोरोना वैक्सीन मिलने का मामला तूल पकड़ रहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री से राज्य में कोविड रोधी टीकों की कथित बर्बादी की खबर की प्राथमिकता से जांच कराने को कहा. इसके बाद गहलोत सरकार ने वैक्सीन का ऑडिट कराने का फैसला किया है.
राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा को भेजे गए पत्र में हर्षवर्धन ने कहा है कि मीडिया में ऐसी खबर है कि राज्य के 35 कोविड टीकाकरण केंद्रों पर कोविड-19 टीके की 500 से अधिक शीशियां कूड़ेदान में मिलीं जो बिलकुल 'स्वीकार्य नहीं' है और इसकी जांच की जानी चाहिए.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य के कुछ जिलों में टीकों की अधिक बर्बादी संबंधी खबरों की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा कि लगभग सभी जिलों में टीके की बर्बादी एक फीसद से कम के राष्ट्रीय औसत से अधिक है.
इस पर चिकित्सा विभाग ने दावा किया है कि प्रदेश में वैक्सीन का वेस्टेज मात्र 2 फीसदी से कम है, जो केंद्र की ओर से अनुमत सीमा 10 फीसदी और वैक्सीन वेस्टेज के राष्ट्रीय औसत 6 फीसदी से बेहद कम है.
प्रमुख शासन सचिव एवं स्वास्थ्य अखिल अरोड़ा ने बताया कि कुछ स्थानों पर वैक्सीन के वेस्टेज की खबरें सामने आई है. चिकित्सा विभाग ने दावा किया है कि प्रारंभिक जांच में वैक्सीन की वेस्टेज कहीं भी नहीं पाई गई.