देहरादून: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Former CM Harish Rawat) भले ही बीते कुछ सालों में हुए चुनावों में जनता का दिल ना जीत पाए हो लेकिन इस उम्र में भी जिस तरह से वह एक विपक्ष के बड़े नेता की भूमिका निभा रहे हैं यह काबिले तारीफ है. आए दिन हरीश रावत कुछ ना कुछ ऐसा कर जाते हैं जो सोशल मीडिया पर ना केवल वायरल होता है बल्कि सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता भी उनकी चर्चा करने पर मजबूर हो जाते हैं. ऐसा ही कुछ मामला इन दिनों हरिद्वार के बहादराबाद थाना क्षेत्र के बाहर चल रहा है. जिसको लेकर हरीश रावत की कुछ फोटो तो कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं.
दरअसल, अपनी बेटी अनुपमा रावत (Harish Rawat daughter Anupama Rawat) की विधानसभा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर हुए मुकदमों को वापस लेने के लिए अनुपमा रावत पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ थाने के बाहर ही धरने पर बैठ गई. धरने की सूचना जैसे ही उनके पिता हरीश रावत को लगी वैसे ही वे 21 अक्टूबर शाम 4 बजे हरिद्वार के बहादराबाद थाना क्षेत्र में पहुंचे. जहां उन्होंने ना केवल अपनी बेटी का साथ दिया बल्कि अपने ही अंदाज में उन्होंने पुलिसिया कार्रवाई की विरोध किया.
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21 अक्टूबर शाम 4 बजे बहादराबाद थाने पहुंचे हरीश रावत के साथ कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे. पुलिस को यह बात हल्के में लगी. पुलिस को लगा हरीश रावत कुछ देर का मौन धारण कर विरोध जताकर यहां से निकल जाएंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं हुआ. हरीश रावत ने भी अपनी बेटी के साथ धरना स्थल पर ही डेरा डाल दिया. हरीश रावत देर रात तक जब हरिद्वार के बहादराबाद थाना क्षेत्र से नहीं उठे तब कुछ पुलिसकर्मियों ने उनसे आग्रह किया. ठंड अधिक होने की वजह से उम्र ज्यादा होने की वजह से पुलिसकर्मी यह चाहते थे कि हरीश रावत थाने के बाहर रात ना गुजारे, लेकिन हरीश रावत के समर्थकों ने ना केवल खाने-पीने का इंतजाम बल्कि बोरिया बिस्तर भी थाने के बाहर ही जमा दिया.
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