अहमदाबाद : कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के एक दिन बाद पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पास) के नेता हार्दिक पटेल ने पुरानी पार्टी की आलोचना की और इसे जातिवादी बताया. गुरुवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए हार्दिक पटेल ने कांग्रेस और उसके नेताओं पर कई आरोप लगाए. पार्टी को जातिवादी बताते हुए उन्होंने कहा कि गुजरात के विकास के लिए उनके पास कभी कोई विजन नहीं है, इसके विपरीत पार्टी के नेता नकारात्मकता से भरे हुए हैं.
पटेल ने किसी वरिष्ठ नेता का नाम लिए बिना आरोप लगाया कि केवल आठ से दस नेता ही पार्टी को नियंत्रित करते हैं और वे राष्ट्रीय नेतृत्व को गुमराह कर रहे हैं. स्वर्गीय चिमन पटेल, नरहरि अमी और विट्ठल रदडिया का उदाहरण देते हुए हार्दिक पटेल ने कहा कि उनके साथ अन्याय सिर्फ इसलिए किया गया क्योंकि वे पाटीदार थे. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता पटेल के लेउवा और कडवा उप समूहों को विभाजित करने में विश्वास करते हैं.
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि एक परिवार पिछले 12 वर्षों से कांग्रेस पार्टी की राज्य इकाई को नियंत्रित करता है, हालांकि उन्होंने इसका नाम नहीं लिया, लेकिन माधवसिंह सोलंकी की ओर इशारा किया, जिनके बेटे भरतसिंह सोलंकी को पिछले एक दशक में दो बार जीपीसीसी अध्यक्ष बनाया गया, तो वहीं उनके चचेरे भाई अमित चावड़ा को प्रदेश इकाई का अध्यक्ष बनाया गया.