अहमदाबाद : हार्दिक पटेल पिछले कुछ समय से कांग्रेस आलाकमान से नाराज चल रहे हैं. उनका कहना है कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व फैसले लेने में देरी करता है, इस कारण गुजरात में पार्टी की स्थिति कमजोर होती जा रही है. उन्होंने भाजपा के फैसले लेने की क्षमता की सराहना की. हालांकि इस बयान के बाद जब उनके बीजेपी में शामिल होने की चर्चा गरम हुई तो गुजरात कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने सफाई भी दी. उन्होंने कहा कि वह न तो भाजपा में शामिल होंगे और न ही कांग्रेस छोड़ेंगे.
कांग्रेस नेता ने कहा कि विपक्ष को हमेशा लोगों की हितों और चिंताओं का ध्यान रखना चाहिए. विपक्ष को जनता के मुद्दों को लिए बोलना पड़ता है. जब विपक्ष कमजोर होता है, तो लोग दूसरे विकल्प तलाशते हैं, इसलिए मैं कहता हूं कि आपको दुश्मन की ताकत को भी स्वीकार करना चाहिए और इसे ध्यान में रखते हुए हमें अपनी रणनीति बनानी होगी. हमें सरकार बनाने का प्रयास करना होगा. हार्दिक पटेल ने साफ किया कि उनके बीजेपी में शामिल होने के कोई संकेत नहीं हैं.
कांग्रेस से नाराजगी के सवाल पर हार्दिक ने कहा कि मैंने पार्टी में असंतोष को लेकर शीर्ष नेतृत्व से शिकायत की है. हाईकमान ने यह भी कहा है कि जल्द से जल्द उचित फैसला लिया जाएगा. कांग्रेस में मेरी किसी नेता से व्यक्तिगत शिकायत नहीं है. मैं राज्य के नेतृत्व से संतुष्ट नहीं हूं. कहीं न कहीं राज्य का नेतृत्व कमजोर नजर आ रहा है. हम पार्टी को मजबूत तभी बना सकते हैं, जब हम आपस में बात करें.