नई दिल्ली : पूर्व उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता शशि थरूर की नई पुस्तक 'द बैटल ऑफ बिलॉन्गिंग' के डिजिटल विमोचन के मौके पर कहा कि आज देश ऐसे 'प्रकट और अप्रकट' विचारों एवं विचारधाराओं से खतरे में दिख रहा है, जो उसको 'हम और वो' की काल्पनिक श्रेणी के आधार पर बांटने की कोशिश करती है.
अंसारी ने यह भी कहा कि कोरोना वायरस संकट से पहले ही भारतीय समाज दो अन्य महामारियों- 'धार्मिक कट्टरता' और 'आक्रामक राष्ट्रवाद' का शिकार हो चुका, जबकि इन दोनों के मुकाबले देश प्रेम अधिक सकारात्मक अवधारणा है, क्योंकि यह सैन्य और सांस्कृतिक रूप से रक्षात्मक है.
उनके मुताबिक, चार वर्षों की अल्प अवधि में भी भारत ने एक उदार राष्ट्रवाद के बुनियादी नजरिए से सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की एक ऐसी नई राजनीतिक परिकल्पना तक का सफर तय कर लिया, जो सार्वजनिक क्षेत्र में मजबूती से घर कर गई है.
पूर्व उप-राष्ट्रपति ने कहा कि कोविड एक बहुत ही बुरी महामारी है, लेकिन इससे पहले ही हमारा समाज दो महामारियों- धार्मिक कट्टरता और आक्रामक राष्ट्रवाद का शिकार हो गया था.