नई दिल्ली : एक पाकिस्तानी पत्रकार ने भारत के पूर्व उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं. उसका कहना है कि उसे कई गोपनीय जानकारियां उपलब्ध करवाई गई थीं. भाजपा ने पाकिस्तानी पत्रकार के उन दावों को लेकर पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और कांग्रेस से स्पष्टीकरण मांगा है. हामिद अंसारी ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है.
अंसारी ने कहा, 'मीडिया के माध्यम से और भाजपा के आधिकारिक प्रवक्ता द्वारा मेरे खिलाफ झूठ फैलाया जा रहा है... ज्ञात तथ्य यह है कि भारत के वीपी द्वारा विदेशी गणमान्य व्यक्तियों को निमंत्रण आम तौर पर विदेश मंत्रालय के माध्यम से सरकार की सलाह पर होता है.' उन्होंने आगे कहा कि मैंने 11 दिसंबर 2010 को आतंकवाद पर सम्मेलन का उद्घाटन किया था ... जैसा कि सामान्य प्रथा है, आयोजकों द्वारा आमंत्रितों की सूची तैयार की गई होगी. मैंने उन्हें (पाकिस्तानी पत्रकार) को कभी आमंत्रित नहीं किया और न ही उनसे मिला.
पत्रकार ने कहा था कि उसने संप्रग सरकार के कार्यकाल में पाच बार भारत की यात्रा की और यहां से एकत्रित संवदेनशील सूचनाएं अपने देश की खुफिया एजेंसी आईएसआई को उपलब्ध करायीं. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा की उस कथित टिप्पणी का भी उल्लेख किया कि उन्होंने अंसारी के निमंत्रण पर भारत की यात्रा की थी और उनसे मुलाकात भी की थी. भाटिया ने कहा कि यदि तत्कालीन उपराष्ट्रपति के अलावा कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी सत्ताधारी दल द्वारा उठाए गए सवालों पर चुप्पी साधे रहते हैं, तो यह इन 'पापों' के लिए उनकी स्वीकारोक्ति के समान होगा.
सोशल मीडिया पर वायरल मिर्जा के साक्षात्कार के वीडियो से पता चलता है कि उन्होंने आतंकवाद के मुद्दे पर भारत में आयोजित एक सेमिनार में हिस्सा लिया था, जिसे अंसारी ने भी संबोधित किया था. भाटिया ने कहा, 'भारत के लोग आपको इतना सम्मान दे रहे हैं और आप देश को धोखा दे रहे हैं. क्या यह देशद्रोह नहीं है ? सोनिया गांधी, राहुल और हामिद अंसारी को सामने आकर इसका जवाब देना चाहिए.'
उन्होंने कहा कि मिर्जा ने पाकिस्तान में एक साक्षात्कार में दावा किया है कि अंसारी ने 2005-11 के दौरान उन्हें पांच बार भारत आमंत्रित किया था और बेहद संवेदनशील और गोपनीय जानकारी साझा की थी. भाजपा नेता ने आरोप लगाया, 'उन्होंने (मिर्जा) अंसारी से जानकारी प्राप्त की और इसका इस्तेमाल भारत के खिलाफ किया गया.' उन्होंने कहा कि मिर्जा को आतंकवाद के मुद्दे पर एक सेमिनार को संबोधित करने के लिए भी आमंत्रित किया गया था.