येरुशलम :इजरायल हमास के आतंकियों को खत्म करने के लिए गाजा पर बराबर बमबारी कर रहा है (israel is bombing hamas). उसने गाजा पट्टी के नागरिकों को शहर खाली करने की चेतावनी दी है (Israel orders evacuation in Gaza), ताकि वह जमीनी ऑपरेशन शुरू कर सके. वहीं, दूसरी ओर उसकी सेना की ओर से पहली बार हमले रोकने में अपनी विफलता भी स्वीकार की गई है. इस बीच ये भी सामने आया है कि एक महीने से भी कम समय पहले हमास के लड़ाकों ने इजराइल की हाई-टेक आयरन वॉल को उड़ा दिया था और एक ऐसा हमला किया था जिसमें 1,200 से ज्यादा इजरायली मारे गए थे.
12 सितंबर को हमास द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए दो मिनट के एक प्रचार वीडियो में लड़ाकों को सीमा द्वार की प्रतिकृति के माध्यम से विस्फोट करने के लिए विस्फोटकों का उपयोग करते हुए, पिकअप ट्रकों पर हमला करते हुए और फिर एक पूर्ण पैमाने पर पुनर्निर्माण के माध्यम से इमारत दर इमारत आगे बढ़ते हुए दिखाया गया है.
आत्मघाती विस्फोट करते हैं हमास आतंकी :हमास या इस्लामिक प्रतिरोध आंदोलन की स्थापना 1987 में प्रथम इंतिफादा के बाद मुस्लिम ब्रदरहुड की एक राजनीतिक शाखा के रूप में की गई थी, जो गाजा-वेस्ट बैंक और पूर्वी यरुशलम पर इजरायल के कब्जे के खिलाफ एक फिलिस्तीनी विद्रोह था. इस समूह का फ़िलिस्तीनी क्षेत्रों के अंदर, विशेषकर गाजा पट्टी में बड़ा प्रभाव है. इसकी सशस्त्र शाखा, इज़्ज़ अल-दीन अल-क़सम ब्रिगेड्स ने इज़रायल के खिलाफ कई रॉकेट हमले किए हैं. हमास ने 1990 के दशक में ही आत्मघाती बम विस्फोटों को अंजाम देना शुरू कर दिया था.
2005 में गाजा पट्टी से इजरायल की वापसी के बाद उसने 2006 के चुनावों में भी भाग लिया. उसने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी फतह को हराया. हमास के आतंकी सैन्य सुरंगों को खोदने में भी एक्सपर्ट है. अपनी स्थापना के बाद से ही हमास इज़रायल को अपना शत्रु मानता है. इसका एक मुख्य लक्ष्य इज़रायल का विनाश है. हमास ने पिछले वर्ष के कैंप डेविड समझौते के बाद 1979 में हस्ताक्षरित इज़रायल-मिस्र शांति संधि की कड़ी निंदा की थी. उसने संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, मोरक्को सहित इज़रायल और क्षेत्र के अन्य देशों के बीच किसी भी प्रकार के सामान्यीकरण को अस्वीकार करना जारी रखा है. हमास अभी भी इज़रायल को मान्यता देने से इनकार करता है.
1997 में घोषित किया गया था आतंकी संगठन :अक्टूबर 1997 में अमेरिका ने हमास को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया था. यूरोपीय संघ (ईयू) ने भी हमास को आतंकवादी समूहों की सूची में शामिल किया है. हालांकि फ़िलिस्तीनी इज़रायल के सैन्य अभियानों को आतंकवाद और युद्ध अपराध के कृत्यों के रूप में मानते हैं.