नई दिल्ली : गंभीर बीमारियों से पीड़ित एवं अंग प्रतिरोपण तथा विशेष चिकित्सा उपचार की छह महीने से अधिक समय से प्रतीक्षा कर रहे 24 मरीजों के एक समूह को म्यांमार से इलाज के लिए दिल्ली के एक प्रतिष्ठित निजी अस्पताल में लाया गया है. इन लोगों को कोविड-19 से ज्यादा होने की स्थिति की वजह से उचित उपचार की सुविधा नहीं मिल पा रही थी. अस्पताल के अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
अपोलो अस्पताल के अधिकारियों ने दी जानकारी
चिकित्सकों के मुताबिक इलाज के लिए दिल्ली लाए गए, मरीज लिवर अथवा गुर्दे की बीमारी से लेकर हेपेटाइटिस बी वायरस संक्रमण से भी पीड़ित हैं. अपोलो अस्पताल के एक प्रवक्ता ने कहा, कोविड-19 संबंधी लॉकडाउन के बीच अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए प्रतिबंधों में छूट दिए जाने के बाद मरीजों के समूह को एक विशेष चार्टर्ड विमान के जरिए दो जुलाई को दिल्ली लाया गया.
विदेश से पहले भी इलाज के लिए आते थे मरीज
चिकित्सकों के मुताबिक विदेश से कई मरीज समय-समय पर चिकित्सा संबंधी सलाह और इलाज के लिए दिल्ली आते हैं. लेकिन कोविड-19 की दूसरी लहर के कारण अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर रोक लगा दी गई थी, इसलिए ये मरीज नहीं आ सके थे. अस्पताल के प्रवक्ता ने बताया कि म्यांमार से इलाज के लिए आए 24 मरीजों को फिलहाल 12 दिन के लिए होम क्वारंटाइन में रखा गया है. इसके बाद अंग प्रतिरोपण को लेकर उनकी स्थिति की समीक्षा की जाएगी, जिसके बाद यह फैसला लिया जाएगा कि किस मरीज को अंग प्रतिरोपण की आवश्यकता है और किस मरीज के लिए विशेष चिकित्सा इलाज ही पर्याप्त होगा.