नई दिल्ली : ईरान में इस समय हिजाब पहनने को बाध्य किए जाने के खिलाफ प्रदर्शनों का दौर (Protest Against Hijab) चल रहा है. इस तरह के प्रदर्शन में अब तक 57 लोगों की जान जा चुकी है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस प्रदर्शन में मरने वाली 20 वर्षीय हदीस नजफी (Hadis Najafi shot dead) की चर्चा इस समय अंतर्राष्ट्रीय मीडिया में जोरों पर है. ईरान के सुरक्षा बलों की गोली का शिकार हदीस नजफी को चेहरे और गर्दन पर कई गोलियां मारी गयीं हैं. महिला के परिवार ने रविवार को उसके अंतिम संस्कार की फुटेज जारी करते हुए इस घटना की जानकारी साझा की है. रिपोर्ट्स के मुताबिक इस वीडियो को बड़े पैमाने पर लोग शेयर कर रहे हैं.
इस घटना के बारे में अल अरबिया ने ईरानी पत्रकार फरजाद सेफिकारन (Iranian Journalist and Activist Masih Alinejad) के हवाले से कहा गया है कि 20 वर्षीय हदीस नजफी ने पिछले हफ्ते करज शहर में विरोध प्रदर्शन के दौरान गोली लगने के बाद दम तोड़ दिया. वहीं पत्रकार और महिला अधिकारों के लिए लड़ने वाली मसीह अलीनेजाद ने 25 सितंबर को हदीस की मृत्यु की पुष्टि की है. उन्होंने हदीस का एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें वह प्रदर्शन में शामिल होने के लिए तैयार हो रही थीं.
बताया जा रहा है कि 16 सितंबर को यहां पर महसा अमिनी की मौत के बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ था. इसके बाद बाद से ईरान में राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शनों की बाढ़ आ गयी है. महसा अमिनी को 13 सितंबर को उस समय गिरफ्तार किया गया था, जब वह अपने भाई और अन्य रिश्तेदारों के साथ तेहरान मेट्रो स्टेशन से निकल रही थी. उसे अन्य महिलाओं के साथ गिरफ्तार किया गया था. बाद में पुलिस हिरासत में उसकी मौत हो गयी.
अलीनेजाद ने ट्वीट करते हुए लिखा
''ये 20 साल की लड़की महसा अमीनी की हत्या के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए तैयार हो रही थी. इसे 6 गोलियां मारी गयीं हैं. इसको इस्लामिक रिपब्लिक के सुरक्षा बलों ने सीने, चेहरे और गर्दन पर गोलियां मारी हैं. वीडियो में दिख रहा है कि वह विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए अपने बालों को बांध रही है.''