ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर चंबल अंचल में कांग्रेस पार्टी में चल रही गुटबाजी को लेकर घमासान जारी है. यही कारण है कि अब राहुल गांधी की मध्यप्रदेश यात्रा से पहले बीजेपी की कांग्रेस को तगड़ा झटका देने की बड़ी प्लानिंग चल रही है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस से असंतुष्ट बड़े नेता और पूर्व विधायकों से बीजेपी गुपचुप तरीके से मुलाकात करने में लगी हुई है. यही कारण है कि अंचल में कांग्रेस के कई नेताओं की बीजेपी में जाने की अटकलें तेज हो गई है. ग्वालियर चंबल अंचल में कांग्रेस की कई ऐसे बड़े नेता है जो लगातार सोशल मीडिया या अपने वरिष्ठ नेतृत्व के सामने अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं. ऐसे नेताओं से अब बीजेपी के लोग संपर्क साधने में लगे हैं. सूत्रों की माने तो कई कांग्रेस के बड़े नेता बीजेपी में जाने का भी मन बना चुके हैं. वह लगातार बीजेपी के नेताओं के संपर्क में भी है. Gwalior BJP preparing to give big blow to Congress
ग्वालियर कई बड़े नेता शामिल हो सकते हैं भाजपा में कांग्रेस को झटका देने की तैयारी में भाजपाःमध्यप्रदेश में बीजेपी में अंदरूनी तौर पर भले ही नेता और कार्यकर्ताओं में घमासान मचा हो. लेकिन कांग्रेस में भी कलह कम नहीं है. कांग्रेस में अंदर ही अंदर भभक रहा असंतोष का लावा अब बाहर भी आने लगा है. अंचल में कांग्रेस पार्टी के कई बड़े और छोटे दर्जन भर ऐसे नेता है जो पार्टी से या पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से नाराज चल रहे हैं. वह अपना नया रास्ता चुनने के लिए लगातार प्रयासरत है. खास बात ये है कि कांग्रेस की इन गतिविधयों पर बीजेपी बड़ी पैनी निगाह रखे हुए हैं. उसकी योजना है कि जब राहुल गाँधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्यप्रदेश की सीमा में प्रवेश करे वैसे ही कांग्रेस के कुछ बड़े नेताओं को बीजेपी में शामिल कराके तगड़ा झटका दिया जाए. Gwalior big leaders may join BJP during Rahuls visit
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ग्वालियर-चम्बल भी है अशांतः यहां भी कांग्रेस में सब कुछ सामान्य नहीं चल रहा है. मुरैना से विधायक राकेश मावई को पिछले महीने जब जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटाया गया था तो चर्चा चली थी कि वे बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. खबरें तो यहाँ तक आईं थीं कि उनकी अपने पुराने नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया से गुप्त मुलाकात भी हो चुकी है. हालाँकि बाद में मावई ने इन सब बातों को महज अफवाह करार दिया था. पार्टी से उनकी नोकझोंक चलती रहती है. नगर निगम चुनावों में ग्वालियर में अपने एक रिश्तेदार का टिकट कटने पर उन्होंने इस्तीफा देने तक की धमकी दे डाली थी. हारकर कांग्रेस ने उसे टिकट दिया और वह हार भी गया. विगत दिनों जब नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह और प्रदेश कोषाध्यक्ष अशोक सिंह मुरैना जिले के बाढ़ पीड़ित क्षेत्रों का दौरा करने के लिए पोरसा गए तो वहां मावई नहीं पहुंचे जबकि वे मुरैना में ही मौजूद थे.
सुर्खियों में सुमावली के विधायकःइस समय मुरैना जिले की सुमावली विधानसभा से विधायक अजय सिंह कुशवाहा भी लगातार सुर्खियों में है. ग्वालियर चंबल अंचल में चर्चा है कि कांग्रेस के विधायक अजय सिंह कुशवाहा केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के संपर्क में है. कांग्रेस विधायक अजय सिंह कुशवाहा पर जमीन की धोखाधड़ी के साथ-साथ कई अन्य मामले दर्ज है इस कारण लगातार परेशान है. इसलिए सूत्रों की माने तो सरकार के द्वारा कांग्रेस विधायक पर दबाव डाला जा रहा है और इसी दबाव के चलते यह जानकारी है कि अजय सिंह कुशवाहा खुद को बचाने के लिए कभी भी बीजेपी का दामन थाम सकते हैं.
रावत भी चल रहे हैं नाराजःइसी तरह सिंधिया का साथ छोड़कर कांग्रेस में ही रुकने वाले दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री राम निवास रावत के भी नाराज होने की खबरें आ रहीं है. सिंधिया के साथ बीजेपी में न जाने का खामियाजा रावत लगातार भुगत रहे हैं. प्रशासन ने उनके बेटे के नए पेट्रोल पम्प के लाइसेंस रद्द कर उस पर बुलडोजर चला दिया. जबकि भाई के क्रेशर पर जबरन तालाबंदी कर दी. उनके कॉलेज की जमीन को लेकर भी परेशान किया जा रहा है. उनके समर्थकों की पीड़ा यह है कि कांग्रेस ने भी उन्हें एक तरह से दरकिनार कर रखा है. कहने को तो वे प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष है लेकिन संगठन में उनकी कोई महती भूमिका नहीं है. इसके अलावा एक मामला भिंड जिले का भी आ रहा है. जिले में फिलहाल कांग्रेस पर वरिष्ठ नेता डॉ. गोविन्द सिंह का दबदबा है और इसके चलते पूर्व विधायक हेमंत कटारे हों या राकेश चौधरी दोनों के ही समर्थक असहज महसूस कर रहे हैं. (Gwalior congress leader Angry with party and senior leaders)
क्या बोलो भाजपा प्रवक्ताः इन मामलों को लेकर बीजेपी लगातार हमलावर है. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता आशीष अग्रवाल का कहना है कि मध्य प्रदेश में अब कांग्रेस आनाथ हो गई है. कांग्रेस के नेता कार्यकर्ता संकोच में है कि वह किस को अपना नेता माने क्योंकि कांग्रेस में कमलनाथ, दिग्विजय सिंह के साथ-साथ अन्य बड़े नेताओं के अलग-अलग ग्रुप बने हुए हैं. इसलिए कांग्रेस के कई ऐसे नेता है जो भारतीय जनता पार्टी में आने के लिए तैयार है. दूसरी ओर बीजेपी के इस बयान को लेकर कांग्रेस के प्रवक्ता आरपी सिंह का कहना है कि बीजेपी पार्टी पहले अपने नेताओं की चिंता करें तो के ग्वालियर चंबल अंचल में सिंधिया तोमर की गुटबाजी के कारण पूरी पार्टी परेशान है और पुरानी बीजेपी और नई बीजेपी के बीच चल रही टक्कर को लेकर कार्यकर्ता निराश और हताश हो चुके हैं. Gwalior BJP preparing to give big blow to Congress