नई दिल्ली:कांग्रेस ने सिंधिया परिवार पर निशाना साधा है. कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि मध्य प्रदेश के चंबल-ग्वालियर क्षेत्र को पूर्ववर्ती सिंधिया राजपरिवार का गढ़ नहीं बल्कि चुनावी राज्य का एक और हिस्सा माना जाना चाहिए.
मध्य प्रदेश के एआईसीसी प्रभारी जेपी अग्रवाल (AICC in charge Madhya Pradesh JP Agarwal) ने ईटीवी भारत को बताया, 'हम चंबल-ग्वालियर को सिंधिया परिवार का गढ़ क्यों मानें. हमारे लिए यह राज्य का दूसरा हिस्सा है और हमारी नेता प्रियंका गांधी वाड्रा 21 जुलाई को वहां प्रचार करने जा रही हैं. हमारे कार्यकर्ताओं की पुरजोर मांग है कि उन्हें पूरे राज्य में प्रचार करना चाहिए.'
अग्रवाल के मुताबिक, प्रियंका की रैली की तारीख सोमवार को पक्की हो गई, हालांकि इस दौरे की चर्चा पिछले दिनों से थी. 12 जून को जबलपुर से पार्टी का अभियान शुरू करने के बाद ग्वालियर रैली राज्य में प्रियंका की दूसरी रैली होगी.
हालांकि अग्रवाल ने सिंधिया फैक्टर को ज्यादा तवज्जो नहीं दी, लेकिन प्रियंका की ग्वालियर यात्रा ने राज्य में काफी दिलचस्पी पैदा कर दी है और नेताओं-कार्यकर्ताओं दोनों को उत्साहित कर दिया है. उन्होंने रैली की तैयारी शुरू कर दी है.
3 जुलाई को को एआईसीसी के संगठन प्रभारी केसी वेणुगोपाल ने राज्य इकाई के प्रमुख कमल नाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित वरिष्ठ नेताओं के साथ प्रियंका की रैली के साथ-साथ आगामी चुनावों की तैयारियों की समीक्षा की थी. अग्रवाल भी बैठक में शामिल हुए थे.
इसके अलावा, कमल नाथ और दिग्विजय सिंह दोनों ने हाल ही में ग्वालियर क्षेत्र का दौरा किया है, जबकि एआईसीसी सचिव प्रभारी शिव भाटिया और पूर्व राज्य इकाई प्रमुख अरुण यादव सहित कई वरिष्ठ नेता वहां डेरा डाले हुए हैं.
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, ग्वालियर रैली महत्वपूर्ण है क्योंकि इसे पार्टी के पूर्व नेता और अब केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रियंका के जवाब के रूप में देखा जा रहा है.