अहमदाबाद : गुजरात के पुलिस प्रमुख ने खेड़ा जिले में एक गरबा नृत्य कार्यक्रम पर पथराव करने के आरोपी मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों की पुलिसकर्मियों द्वारा सार्वजनिक रूप से पिटाई किए जाने की घटना की जांच का आदेश दिया है (Gujarat police chief orders probe into Kheda flogging incident). वहीं, एक स्वयंसेवी संगठन ने मुख्य सचिव और डीजीपी को इस मुद्दे को लेकर कानूनी नोटिस भेजा है.
अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया में आने और वायरल 'क्लिप' का अधिकारियों द्वारा संज्ञान लिए जाने के बाद डीजीपी आशीष भाटिया ने जांच का आदेश दिया है.
राज्य गृह विभाग के सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि कपड़वंज के पुलिस उपाधीक्षक वी एन सोलंकी (Deputy Superintendent of Police V N Solanki) को घटना की जांच करने और एक रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है. सोलंकी ने कहा, 'देर रात, मुझे घटना की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई. मैं यथाशीघ्र अपनी रिपोर्ट सौंपूंगा.' हालांकि, उन्होंने डंडे से पिटाई किए जाने की मंगलवार की घटना में संलिप्त पुलिसकर्मियों के बारे में कोई ब्योरा देने से इनकार कर दिया.
गौरतलब है कि सोमवार रात खेड़ा के उंधेला गांव में नवरात्रि उत्सव के तहत आयोजित एक गरबा नृत्य कार्यक्रम में मुस्लिम समुदाय के लोगों की एक भीड़ के पथराव करने पर एक पुलिसकर्मी सहित सात लोग घायल हो गए थे.
पुलिस के मुताबिक, हमलावरों ने एक मस्जिद के पास कार्यक्रम का आयोजन किये जाने पर आपत्ति जताई थी. कार्यक्रम का आयोजन उंधेला गांव के सरपंच ने नजदीक स्थित एक मंदिर परिसर में किया था.
पुलिस ने पथराव को लेकर गिरफ्तार किए गए 13 कथित हमलावरों में तीन आरोपियों की रिमांड मांगी थी. खेड़ा की एक अदालत ने बुधवार को उन्हें दो दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया, जबकि 10 अन्य को न्यायिक हिरासत में भेज दिया. सरकारी वकील के मुताबिक, दो आरोपियों ने पुलिस कार्रवाई के बारे में न्यायाधीश से शिकायत की थी, जिसके बाद न्यायाधीश ने उनकी मेडिकल जांच कराने का आदेश दिया.