अहमदाबाद : पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने सात साल पहले पाटीदार आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारियों (patidar agitation Congress Leader Hardik Patel) के खिलाफ दर्ज किए गए मामलों को वापस लेने की मांग की है. उन्होंने कहा कि अगर गुजरात में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज सभी शेष आपराधिक मामलों को वापस नहीं लेती है तो 23 मार्च के बाद राज्य में आंदोलन शुरू किया जाएगा. हार्दिक पटेल ने कहा, 'पाटीदार युवाओं के खिलाफ झूठे मामले दर्ज होने के कारण उन्हें परेशान किया जा रहा है. अभ्यावेदन देने के बावजूद अब तक मुख्यमंत्री ने कुछ नहीं किया (patidar agitation CM bhupendra ignorance) है.'
गौरतलब है कि गुजरात में पाटीदार को महत्वपूर्ण वोट बैंक माना जाता हैं. इस साल दिसंबर में गुजरात के विधानसभा चुनाव भी कराए जाने हैं. दिलचस्प है कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी के तहत आरक्षण के लिए 2015 में हुए पाटीदार आंदोलन के दौरान हार्दिक पटेल सुर्खियों में रहे थे.
तीन-चार हजार युवाओं के भविष्य का सवाल
कांग्रेस की गुजरात इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने सोमवार को अहमदाबाद में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, वह एक कोटा आंदोलनकारी के रूप में शेष मामलों को वापस लेने की मांग उठा रहे है, न कि एक कांग्रेसी के रूप में. उन्होंने कहा कि पाटीदार आंदोलन से जुड़े अदालती मामलों से अब भी तीन से चार हजार युवा प्रभावित हैं. उन्हें सरकारी नौकरी, पढ़ाई या विदेश जाने में परेशानी हो रही है.