साबरकांठा :गुजरात के सांबरकांठा जिले के रहने वाले 95 वर्षीय गेमाजी निनामा (Gemaji Ninama) प्रदेश के सबसे अधिक उम्र को पेंशनभोगी बनने की राह पर हैं. गुजरात सरकार में 58 साल से अधिक समय तक काम करने के बाद 1964 से लगातार पेंशन मिल रही है. वह आज 95 साल के हैं, लेकिन अनाधिकारिक रूप से वह 115 साल के हैं. जबकि उनका सबसे बड़ा बेटा अब 82 साल का है.
साबरकांठा के विजयनगर क्षेत्र के गाडी वंकाडा गांव के मूल निवासी गेमाजी निनामा अभी भी काम करते हैं और पूरे परिवार के साथ रहते हैं. 1927 में पैदा हुए गेमाजी ने 1947 के बाद काम करना शुरू किया था.हालांकि, 1960 में एक बार जब वे चिकित्सा अवकाश पर चले गए, तो राज्य सरकार ने उन्हें पेंशन का भुगतान करना शुरू कर दिया. तभी से उन्हें पेंशन मिल रही है.
अहमदाबाद के शाहीबाग पुलिस स्टेशन में पुलिस कांस्टेबल का काम कर चुके गेमाजी निनामा 22 लोगों से अधिक व्यक्तियों के परिवार के साथ रहने के साथ ही खेत पर भी काम करते हैं. आजादी के बाद से उपलब्धियों की एक लंबी सूची रखने वाले गेमाजी निनामा के बारे में पड़ोस में किसी ने नहीं सुना है. जब देश को आजादी मिली तो वे पुलिस अफसर बने. इतना ही नहीं गेमाजी के चार बच्चे भारतीय सेना में थे. इनमें से बच्चे की सेना में कार्यरत रहने के दौरान ही 25 साल पहले मणिपुर में स्थानीय कट्टरपंथियों के साथ झड़प में हत्या कर दी गई थी.
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गेमाजी के बेटे निनामा बड़ाजी ने ईटीवी भारत को बताया कि उनके पिता कृषि के साथ-साथ पुलिस बल में भी काम करते थे। अब भी वे खेती-बाड़ी कर रहे हैं और अच्छे से खा-पी रहे हैं. गेमाजी नीनामा की बहू कोकिलाबहन निनामा ने कहा किहमारे ससुराल वाले कृषि कार्य के जरिये हमारा मार्गदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने ईटीवी भारत को बताया कि हम उतना काम नहीं कर सकते जितना वह करते हैं. वह रोज सुबह जल्दी उठकर खेती के काम जुट जाते हैं.