गांधीनगर: गुजरात में विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly Election 2022) को लेकर को सरगर्मी जहां तेज है वहीं सभी पार्टियों ने अपने-अपने चुनावी घोषणा पत्र में कई घोषणाएं की हैं. हर बार की तरह इस बार भी चुनावी घोषणा पत्र में कई चीजें मुफ्त में देने की बात कही गई है. वहीं एंटी के बाद आम आदमी पार्टी के द्वारा मुफ्त दिए जाने की घोषणा की काफी चर्चा हुई. इसके बाद कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र जारी किया, इसीक्रम में शनिवार को भाजपा ने अपने संकल्प पत्र का ऐलान कर दिया. बीजेपी के चुनावी घोषणा पत्र में भी कई चीजें मुफ्ती में देने की बात कही है.
महिलाओं को मुफ्त में क्या मिलेगा?: गुजरात में आम आदमी पार्टी ने सबसे पहले अपना घोषणा पत्र जारी किया. पार्टी ने कहा कि यदि उनकी सरकार बनती है तो 18 वर्ष से ऊपर की सभी महिलाओं को 1 हजार रुपये प्रति माह दिया जाएगा. इसके अलावा, वे गुजरात में महिलाओं को मुफ्त यात्रा प्रदान करेंगे. इसी तरह कांग्रेस ने भी घोषणापत्र में महिलाओं को खास तवज्जो दी है.घोषणा पत्र में इंदिरा प्रियदर्शिनी पास योजना के तहत आठ शहरों में महिलाओं को रियायती यात्रा की सुविधा देने की बात कही गई है. इसके अलावा विधवाओं, बुजुर्गों, अकेली महिलाओं के अलावा सभी जरूरतमंद महिलाओं को 2000 रुपए प्रति माह महंगाई भत्ता दिया जाएगा. भाजपा के चुनावी घोषणापत्र में भी महिलाओं को कई चीजें मुफ्त देने की बात कही गई है. आर्थिक रूप से पिछड़ी बहनों को ई-स्कूटर दिया जाएगा. साथ ही वाली धोती योजना के तहत 1.5 लाख की सहायता दी जाएगी. इसके अलावा, वरिष्ठ नागरिक महिलाएं बस से मुफ्त में यात्रा कर सकेंगी.
आप और कांग्रेस की मुफ्त बिजली देने की घोषणा :दिल्ली मॉडल की तर्ज पर आम आदमी पार्टी ने गुजरात में भी मुफ्त बिजली देने की बात कही है. हालांकि कांग्रेस की ओर से जारी घोषणा पत्र में उसने मुफ्त बिजली देने की बात कही है. जबकि बीजेपी ने शनिवार को जो घोषणापत्र घोषित किया था, उसमें मुफ्त बिजली का कोई वादा नहीं किया गया है. ऐसे में आप ने घोषणा की है कि गुजरात में हर परिवार को 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली दी जाएगी. कांग्रेस ने बाद में अपने घोषणापत्र में घोषणा की कि राज्य के प्रत्येक नागरिक का 300 यूनिट बिजली बिल माफ किया जाएगा. साथ ही कहा गया है कि प्रदेश के हर क्षेत्र में हर माह बिजली बिल दिया जाएगा.
शिक्षा पर हर पार्टी का वादा: शिक्षा पर भारतीय जनता पार्टी ने अपने घोषित चुनावी घोषणापत्र में शिक्षा को लेकर बड़ा वादा किया है. बीजेपी मिशन स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के तहत अगले 5 साल में 10,000 करोड़ रुपये की लागत से 20,000 स्कूलों का उन्नयन करेगी. इसके अलावा पार्टी 1,000 करोड़ रुपये के कोष से 'केशवरम काशीराम शास्त्री उच्च शिक्षा परिवर्तन कोष' बनाएगी, जिसकी मदद से नए सरकारी कॉलेज बनाए जाएंगे और मौजूदा कॉलेज-विश्वविद्यालय उन्नत सुविधाओं से लैस होंगे. वहीं कांग्रेस ने पूर्ण शुल्क माफी का वादा किया है. साथ ही केजी से पीजी तक लड़कियों की शिक्षा के अलावा राज्य में 3 हजार अंग्रेजी माध्यम के सरकारी स्कूल शुरू किए जाने की बात कही है. इसके अलावा शिक्षा के अधिकार अधिनियम का दायरा पहली से आठवीं तक नहीं बल्कि 9वीं से 12वीं तक बढ़ाया जाएगा. इसी प्रकार, आम आदमी पार्टी दिल्ली के शिक्षा मॉडल का प्रचार-प्रसार कर पूरे गुजरात में प्रचार कर रही है. इसी प्रकार आम आदमी पार्टी ने भी दिल्ली मॉडल की तर्ज पर गुजरात में शिक्षा को लेकर बड़ी घोषणाएं की हैं. प्रत्येक छात्र को मुफ्त शिक्षा देने का वादा किया गया है. प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को भरा जाएगा.