दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

Gujarat ATS In Action: गुजरात एटीएस ने आतंकी मॉड्यूल का किया भंडाफोड़, महिला सहित ISKP के कुल चार लोग गिरफ्तार - with links to international terror body

गुजरात पुलिस के आतंकवाद-रोधी दस्ते (एटीएस) ने पोरबंदर से शनिवार को बताया कि पकड़े गए व्यक्तियों के अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठनों से संबंध हैं. इस मामले में एक महिला सहित ISKP के कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पढ़ें पूरी खबर...

Gujarat ATS In Action
Gujarat ATS In Action

By

Published : Jun 10, 2023, 1:04 PM IST

Updated : Jun 10, 2023, 8:33 PM IST

विदेशी नागरिक और एक महिला समेत चार लोग गिरफ्तार

पोरबंदर/सूरत: गुजरात पुलिस के आतंकवाद-रोधी दस्ते (एटीएस) ने गुजरात के तटीय शहर पोरबंदर से शनिवार को आतंकी मॉडयूल का भंडाफोड़ किया है. गुजरात एटीएस की टीम द्वारा पकड़े गए व्यक्तियों के अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठनों से संबंध हैं. इस मामले में एक महिला सहित ISKP के कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पोरबंदर से हिरासत में लिए गए तीन कश्मीरी युवकों के सामान और बैग की तलाशी में कई व्यक्तिगत पहचान दस्तावेज, मोबाइल फोन टैबलेट जैसे डिजिटल संचार उपकरण और चाकू जैसे धारदार हथियार भी मिले। इसके अलावा, आरोपियों के क्लाउड स्टोरेज खातों तक पहुंचने पर, पुलिस को ISKP बैनर और झंडों के साथ इन व्यक्तियों की कुछ तस्वीरें मिलीं. कश्मीरी युवकों के अमीरुल मोमिनीन (कमांडर ऑफ द फेथफुल या लीडर) को निष्ठा की शपथ दिलाते हुए वीडियो और खुरासन में उनकी शपथ लेते हुए ऑडियो क्लिप भी मिली है.

गुजरात एटीएस की टीम ने सुमेरा बानो के सूरत स्थित घर पर छापा मारा और तलाशी अभियान चलाया, जिसमें ISKP के कई रेडिकल पब्लिकेशन जैसे वॉयस ऑफ खुरासान आदि मिले. सुमेरा बानो से आगे की पूछताछ में पता चला कि वह हैंडलर के संपर्क में थी और एक कश्मीरी व्यक्ति जुबैर अहमद मुंशी के साथ भी उसके करीबी रिश्ते थे. कथित तौर पर ISKP नेता को लिखी गई सामग्री और उनकी वफादारी का वादा भी उनके आवास पर पाया गया.

क्या था प्लान?: आगे की पूछताछ में पता चला कि उन्हें उनके हैंडलर अबू हमजा ने पोरबंदर पहुंचने का निर्देश दिया था, जहां से उन्हें कुछ मछली पकड़ने वाली नावों में मजदूरों के रूप में काम करना था. इन नावों और उनके कप्तानों का इस्तेमाल उन्हें पूर्व-निर्धारित जीपीएस समन्वयकों तक पहुँचाने के लिए किया जाना था, जहाँ उन्हें DHOW द्वारा ईरान ले जाया जाना था. इसके बाद इन लोगों को फर्जी पासपोर्ट दिया जाना था, जिसका इस्तेमाल कर इन्हें हेरात होते हुए खुरासान पहुंचना था. तब उन्हें अफगानिस्तान के इस्लामिक अमीरात में ISKP की ओर से इसके आतंकवादी कृत्य में भाग लेना था. हैंडलर और ISKP को उनकी शहादत को प्रचारित करने के लिए उनके पहले से रिकॉर्ड किए गए बयानों, तस्वीरों, वीडियो और दस्तावेजों का इस्तेमाल करना था. गिरफ्तार किए गए लोगों में से तीन अफगानिस्तान भागने की फिराक में थे. इसके लिए खास प्लान भी बनाया गया था लेकिन गुजरात एटीएस की टीम ने उसे पहले ही गिरफ्तार कर लिया.

कैसे पकड़े गए:पूरे मामले पर गृह मंत्री व गुजरात एटीएस के वरिष्ठ अधिकारी विकास सहाय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि प्रतिबंधित आतंकी संगठन आईएसकेपी से जुड़े आतंकी गुजरात सीमा के रास्ते भारत से भागने की फिराक में थे. इनपुट मिलने के बाद ऑपरेशन का प्लान बनाया गया. सूरत की सुमेरा नाम की महिला के घर पर छापा मारा गया, जहां उसके घर से आतंकी संगठन का कच्चा-चिट्ठा मिला था. 6 घंटे की गहन पूछताछ के बाद जुड़े अन्य लोगों के नाम सामने आए, जो पोरबंदर से भागने वाले थे. फिर पोरबंदर की टीम को रवाना कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.

कौन है सुमेरा: एटीएस की गिरफ्त में आए सुमेरा बानो ने सिर्फ 12वीं क्लास तक कॉमर्स की पढ़ाई की है. तमिलनाडु में शादी करने के बाद ढाई साल पहले तलाक लेकर वह सूरत आ गई. उसके आठ और चार साल के दो बच्चे हैं. वह वर्तमान में सैयद पुरा इलाके में फिजा अपार्टमेंट की पहली मंजिल पर रह रही थी. वह अपने पिता और मां के साथ 2 बीएचके के फ्लैट में रहती थी. पिता हनीफभाई डाक विभाग में कार्यरत थे और अब सेवानिवृत्त हैं और अपनी पेंशन से घर चलाते हैं.

आतंकी कनेक्शन:गिरफ्तार किए गए सभी व्यक्ति इस्लामिक स्टेट ऑफ खुरासान प्रांत (ISKP) से संबद्ध थे, जिसके सभी सदस्य संगठन में सक्रिय थे. इन सभी को पोरबंदर छोड़ने से पहले गिरफ्तार कर लिया गया है. ये सभी पिछले एक साल से एक-दूसरे के संपर्क में थे. इससे पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने हाल ही में मध्य प्रदेश में आईएसआईएस से जुड़े तीन लोगों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार किए गए 3 लोगों की पहचान सैयद ममूर अली, मोहम्मद आदिल खान और मोहम्मद शाहिद के रूप में हुई है. अहम बात यह है कि एटीएस की टीम लंबे समय से पोरबंदर और आसपास के इलाकों में ऑपरेशन के लिए सक्रिय है.

कई अधिकारियों की घंटों की मेहनत के बाद सफल हुआ ऑपरेशन
सूत्रों ने कहा कि एटीएस के अभियान का नेतृत्व डीआईजी दीपेन भद्रन कर रहे थे, जो अन्य अधिकारियों के साथ कई दिनों से पोरबंदर में हैं. गुजरात आतंकवाद रोधी दस्ते के डीआईजी दीपेन भद्रन सहित अधिकारियों का एक बड़ा काफिला पोरबंदर में है. कयास लगाया जा रहा था कि आईजी सहित कई अधिकारी यहां सीक्रेट ऑपरेशन के सिलसिले में आये है. शनिवार को इस ऑरपेशन का खुलासा हुआ. अधिकारियों का काफिला पोरबंदर स्थित स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) के दफ्तर पहुंचा. जहां इस ऑपरेशन की जानकारी शेयर की गई.

एटीएस सूत्रों ने बताया कि अभियान में डीआईजी दीपन भद्रन, एसपी सुनील जोशी, डीवाईएसपी केके पटेल, डीवाईएसपी शंकर चौधरी समेत अन्य अधिकारी शामिल थे. एटीएस सूत्रों ने कहा कि विदेशी नागरिकों से जुड़े सभी स्थानीय लोगों पर भी जांच तेज कर दी गई है. आज एटीएस या गुजरात पुलिस के शीर्ष अधिकारी पूरे ऑपरेशन के बारे में जानकारी दे सकते हैं.

ये भी पढ़ें

Last Updated : Jun 10, 2023, 8:33 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details