पोरबंदर/सूरत: गुजरात पुलिस के आतंकवाद-रोधी दस्ते (एटीएस) ने गुजरात के तटीय शहर पोरबंदर से शनिवार को आतंकी मॉडयूल का भंडाफोड़ किया है. गुजरात एटीएस की टीम द्वारा पकड़े गए व्यक्तियों के अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठनों से संबंध हैं. इस मामले में एक महिला सहित ISKP के कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पोरबंदर से हिरासत में लिए गए तीन कश्मीरी युवकों के सामान और बैग की तलाशी में कई व्यक्तिगत पहचान दस्तावेज, मोबाइल फोन टैबलेट जैसे डिजिटल संचार उपकरण और चाकू जैसे धारदार हथियार भी मिले। इसके अलावा, आरोपियों के क्लाउड स्टोरेज खातों तक पहुंचने पर, पुलिस को ISKP बैनर और झंडों के साथ इन व्यक्तियों की कुछ तस्वीरें मिलीं. कश्मीरी युवकों के अमीरुल मोमिनीन (कमांडर ऑफ द फेथफुल या लीडर) को निष्ठा की शपथ दिलाते हुए वीडियो और खुरासन में उनकी शपथ लेते हुए ऑडियो क्लिप भी मिली है.
गुजरात एटीएस की टीम ने सुमेरा बानो के सूरत स्थित घर पर छापा मारा और तलाशी अभियान चलाया, जिसमें ISKP के कई रेडिकल पब्लिकेशन जैसे वॉयस ऑफ खुरासान आदि मिले. सुमेरा बानो से आगे की पूछताछ में पता चला कि वह हैंडलर के संपर्क में थी और एक कश्मीरी व्यक्ति जुबैर अहमद मुंशी के साथ भी उसके करीबी रिश्ते थे. कथित तौर पर ISKP नेता को लिखी गई सामग्री और उनकी वफादारी का वादा भी उनके आवास पर पाया गया.
क्या था प्लान?: आगे की पूछताछ में पता चला कि उन्हें उनके हैंडलर अबू हमजा ने पोरबंदर पहुंचने का निर्देश दिया था, जहां से उन्हें कुछ मछली पकड़ने वाली नावों में मजदूरों के रूप में काम करना था. इन नावों और उनके कप्तानों का इस्तेमाल उन्हें पूर्व-निर्धारित जीपीएस समन्वयकों तक पहुँचाने के लिए किया जाना था, जहाँ उन्हें DHOW द्वारा ईरान ले जाया जाना था. इसके बाद इन लोगों को फर्जी पासपोर्ट दिया जाना था, जिसका इस्तेमाल कर इन्हें हेरात होते हुए खुरासान पहुंचना था. तब उन्हें अफगानिस्तान के इस्लामिक अमीरात में ISKP की ओर से इसके आतंकवादी कृत्य में भाग लेना था. हैंडलर और ISKP को उनकी शहादत को प्रचारित करने के लिए उनके पहले से रिकॉर्ड किए गए बयानों, तस्वीरों, वीडियो और दस्तावेजों का इस्तेमाल करना था. गिरफ्तार किए गए लोगों में से तीन अफगानिस्तान भागने की फिराक में थे. इसके लिए खास प्लान भी बनाया गया था लेकिन गुजरात एटीएस की टीम ने उसे पहले ही गिरफ्तार कर लिया.
कैसे पकड़े गए:पूरे मामले पर गृह मंत्री व गुजरात एटीएस के वरिष्ठ अधिकारी विकास सहाय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि प्रतिबंधित आतंकी संगठन आईएसकेपी से जुड़े आतंकी गुजरात सीमा के रास्ते भारत से भागने की फिराक में थे. इनपुट मिलने के बाद ऑपरेशन का प्लान बनाया गया. सूरत की सुमेरा नाम की महिला के घर पर छापा मारा गया, जहां उसके घर से आतंकी संगठन का कच्चा-चिट्ठा मिला था. 6 घंटे की गहन पूछताछ के बाद जुड़े अन्य लोगों के नाम सामने आए, जो पोरबंदर से भागने वाले थे. फिर पोरबंदर की टीम को रवाना कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.