नई दिल्ली: गुजरात को लेकर बीजेपी की बढ़ी चिंता का सबसे बड़ा विषय बीजेपी की आंतरिक रिपोर्ट है. पार्टी के इंटरनल सर्वे में ये बात कही गई है कि त्रिकोणीय संघर्ष में सिटिंग सीटों में से 19 सिटिंग सीट पार्टी के लिए मुश्किल खड़ी कर सकती है और उनमें यदि आम आदमी पार्टी को अच्छे वोट मिलते हैं, तो वहां बीजेपी के लिए सीटें निकालना भी मुश्किल हो सकता है और इन सीटों पर ही आम आदमी को मिलने वाले वोट के अंदेशे से पार्टी के आला नेता नई रणनीति तैयार कर रहे हैं.
वैसे तो बीजेपी चुनाव से पहले भी गुजरात में कई सर्वे करवा चुकी है, लेकिन पार्टी गुजरात विधान सभा चुनाव को लेकर बहुत संजीदा है और प्रचार के हर चरण में आंतरिक सर्वे करवाए जा रहे, ताकि किसी भी सीट पर कोई कसर न छोड़ी जाए. सूत्रों के मुताबिक हाल के सर्वे ने पार्टी की चिंता बढ़ा दी है, जिसमे यह बताया गया है की पिछली बार की जीती हुई 19 ऐसी सीटे हैं, जहां आम आदमी पार्टी को अगर दस फीसदी से अधिक वोट मिले, तो बीजेपी का प्रत्यासी वहा बड़े अंतर से चुनाव हार सकता है.
पिछले चुनाव में बीजेपी को 99 सीट मिली थी, वहीं कांग्रेस को 77 सीट मिली थी. यदि देखा जाए तो बीजेपी के सामने अब 4 फीसदी वोटों को रोकने की सबसे बड़ी चुनौती है. वहीं सूत्रों की माने तो सर्वे में ये भी कहा गया है कि अगर आम आदमी पार्टी को इन उन्नीस सीटों पर आठ फीसदी तक वोट मिलते है, तो वो कांग्रेस को नुकसान पहुंचाएगी. लेकिन अगर आम आदमी पार्टी दस फीसदी या इससे ऊपर वोट लेती हैं तो ये बीजेपी को सीधा नुकसान पहुंचा सकती है.