नई दिल्ली : हिमाचल प्रदेश के बाद गुजरात विधानसभा चुनाव की घोषणा भी इसी महीने कर दी जाएगी. भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने दोनों ही प्रदेशों के लिए चुनाव की तैयारी यदि देखी जाए तो पिछले साल से ही शुरू कर दी थी. लेकिन एक ओर जहां गुजरात, भाजपा के दोनों दिग्गज और वरिष्ठ नेता नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमितशाह का गृह राज्य है. वहीं, दूसरा चुनाव पार्टी के सर्वोच्च पद पर बैठे अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा का गृह क्षेत्र है. इसलिए दोनों ही राज्यों के चुनाव को लोग पार्टी और पार्टी के दिग्गज नेताओं की लोकप्रियता से भी जोड़कर देख रहे हैं. जिसका असर चुनाव परिणाम पर भी संभवतः पड़ सकता है.
उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश के चुनाव की तारीखों की घोषणा हो चुकी है. लेकिन मतगणना की तारीख लगभग एक महीने बाद है जिससे ये संभावना जताई जा रही है कि गुजरात के चुनाव की भी घोषणा जल्द ही की जानेवाली है. जहां तक बात गुजरात विधानसभा चुनाव की है. भाजपा ने तैयारी भी इसलिए जल्द शुरू कर दी, क्योंकि इस बार भी गुजरात की डगर भाजपा के लिए बहुत आसान नजर नहीं है. सूत्रों की मानें तो भाजपा ने जो सर्वे कराया है, उनमें लगभग 50 विधानसभा सीटों पर पार्टी के सामने मुश्किलें आ सकती हैं.
गुजरात चुनाव में 50 विधानसभा सीटों पर भाजपा की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रहीं है और सूत्रों की मानें तो शुक्रवार शाम को प्रधानमंत्री आवास पर हुई बैठक में भी प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के साथ इन सीटों पर चर्चा हुई है. इस बैठक में संगठन मंत्री रत्नाकर भी मौजूद थे. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, चुनावी रणनीति तैयार करने के लिए ही शुक्रवार को प्रधानमंत्री आवास पर बैठक बुलाई गई थी. जानकारों की मानें तो 2017 के नतीजों की तुलना में स्थिति आज भी बहुत ज्यादा बदली नहीं है. सूत्रों का मानना है कि सौराष्ट्र और उत्तरीय गुजरात में पार्टी को ज्यादा जोर आजमाइश करनी पड़ सकती है.