अहमदाबाद : इस्कॉन ब्रिज (20 जुलाई को) पर अपनी जगुआर कार से नौ लोगों को कुचलने वाले तथ्य पटेल की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट आ गई है. इस रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि हादसे के समय वह नशे में नहीं था. पटेल अहमदाबाद के इस्कॉन ब्रिज पर अपनी तेज रफ्तार लग्जरी कार से नौ लोगों को कुचलकर मार डालने का आरोपी है. हालांकि, इस रिपोर्ट पर भी कई सवाल उठ रहे हैं. कहा जा रहा है कि जांच के लिए सैंपल काफी देर से लिया गया था. इससे पहले शुक्रवार को गुजरात की एक अदालत ने तथ्य पटेल को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया.
पुलिस ने मांगी थी पांच दिन की रिमांड : शुक्रवार को आरोपी को अहमदाबाद की ग्रामीण अदालत में पेश किया गया था. सरकारी वकील ने आरोपी की 5 दिन की रिमांड की मांग की थी. लेकिन कोर्ट ने तीन दिन की रिमांड दी. मामले में अगली सुनवाई अब 24 जुलाई को होगी.
पुलिस की जांच में सहयोग नहीं करने का आरोप: शुक्रवार को पांच दिन की सरकारी रिमांड की मांग करते हुए कहा कि आरोपी के मोबाइल फोन की भी जांच की जानी है. उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपी पुलिस की जांच में सहयोग नहीं कर रहा है. दुर्घटना के समय तथ्य ही कार चला रहा था.
मुवक्किल का मीडिया ट्रायल हो रहा है : तथ्य के वकील निसार वैद्य ने कहा कि 19 वर्षीय तथ्य सिम्स अस्पताल में आईसीयू में भर्ती था. उन्होंने कहा कि उनके मुवक्किल का मीडिया ट्रायल हो रहा है. उन्होंने कहा कि उसके पिता घटना स्थल से उसे अस्पताल ले गये सिर्फ इस लिए उन्हें भी आरोपी बना लिया है. उन्होंने कोर्ट के समक्ष कहा कि मृतकों के प्रति सहानुभूति है तो जीवित लोगों के प्रति भी दया दिखानी चाहिए.
पुलिस ने हादसे वाली जगह की नहीं थी बैरिकेडिंग: तथ्य के वकील ने कहा कि आरोपी के पिता को फोन आया और वे मौके पर पहुंचे. उन्होंने अपनी दलील में कहा कि घटना रात 12:30 बजे की है. वहां पहले ही एक हादसा हो चुका था. पुलिस ने कोई डायवर्जन या बैरिकेडिंग नहीं की थी. उन्होंने कहा कि सबूत की जांच में खास तौर से कार की जांच में आरोपी की मौजूदगी जरूरी नहीं है.