औरंगाबाद (महाराष्ट्र): गरीबों का इलाज करने वाले घाटी अस्पताल में सुविधाओं की कमी अक्सर सामने आती रही है. लेकिन अब जब इसकी मार खुद एक कैबिनेट मंत्री को झेलनी पड़ी तो यह मामला ज्यादा बड़ा हो गया. बताया जा रहा है कि जब मंत्री जी के दांतों का इलाज चल रहा था, तभी अचानक लाइट चली गई, जिसके बाद डॉक्टरों ने मोबाइल फोन का फ्लैश जलाकर मंत्री जी के दांतों का इलाज किया. ये मंत्री शिंदे गुट के विधायक और कैबिनेट मंत्री संदीपन भुमरे थे.
जानकारी के अनुसार मंत्री संदीपन भुमरे घाटी अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे थे. उस समय डॉक्टर ने दांतों की जांच करने की सलाह दी थी. उन्होंने मंत्री जी के दांतों की जांच की और एक्स-रे लिया. डॉक्टर ने यह कहकर इलाज शुरू किया कि रूट कैनाल करना होगा. जब रूट कैनाल चल रहा था, तभी अचानक बिजली चली गई.
इलाज कर रहे डॉक्टरों और कर्मचारियों को पता नहीं था कि कैसे काम करना है. उस समय मोबाइल के फ्लैश की रोशनी में मंत्री जी के दांतों का ट्रीटमेंट किया गया. इलाज पूरा होने के बाद कैबिनेट मंत्री संदीपन भुमरे ने डॉक्टरों से जनरेटर के बारे में पूछा. डॉक्टरों ने बताया कि जनरेटर के लिए पिछले कुछ वर्षों से लगातार मांग की जा रही है, लेकिन अस्पताल और डॉक्टरों की मांग को अभी तक पूरा नहीं किया गया है.