हरिद्वार(उत्तराखंड): हरिद्वार और लक्सर में बारिश ने जमकर कहर बरपाया है. लक्सर में सोलानी नदी पर बने चार तटबंध टूटने की वजह से लगभग 400000 ग्रामीण आबादी पूरी तरह से पानी के बीच फंसी हुई है.आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार के लक्सर के उन क्षेत्रों का भ्रमण कर रहे हैं जो पूरी तरह से पानी में डूबे हुए हैं. सीएम धामी के साथ ही ईटीवी भारत की टीम भी ग्राउंड पर उतरी. जहां पहुंचकर हमने हालातों का जायजा लिया. इसके बाद लक्सर में आपदा के हालातों से निपटने के लिए सेना की 70 जवानों की टुकड़ी बुलाई गई है. सेना के जवान यहां राहत बचाव कार्य को अंजाम देंगे.
बता दें उत्तराखंड में कुदरत का रौद्र अवतार देखने को मिल रहा है. लक्सर में भी बारिश के बाद हाहाकार मचा हुआ है. लक्सर आसमानी 'आफत' के बाद दरिया में तब्दील हो गया है. बाढ़-बारिश से बाद यहां बिगड़े हालातों को देखते हुए सीएम धानी ने हरिद्वार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हेलीकॉप्टर और नाव से जायजा लिया. सीएम धामी ने मदारपुर, शाहपुर.हस्तमोली,जोगावाला,दल्लावाला,नाईवाला,चंद्रपुरी खुर्द,चंद्रपुरी कला,शेरपुर बेला,माणा बेला,इदरीशपुर,खानपुर,तुगलपुर,मोनावला,बदसाहपुर,ब्राह्मण वाला,मोनावाला,प्रलाधपुर,शाहपुर, मिर्जापुर,पूरनपुर,मजहरी का दौरा किया.
पढ़ें-पानी-पानी हुआ लक्सर, सोनाली नदी के तटबंध टूटे, कई गांवों में बाढ़ जैसे हालात, एक बच्चे की मौत
इसके बाद सीएम धामी ने ईटीवी भारत के खास बातचीत करते हुए कहा पच्चीस हजार से ज्यादा व्यक्ति ऐसे हैं जो पानी के बीचो बीच फंसे हुए हैं. अन्य गांव तक राहत और बचाव कार्य ठीक से चल सके इसके लिए टीम में आसानी से पहुंचाई जा रही है. सबसे बड़ी बात यह है कि बीते 50 घंटे से पूरे क्षेत्र में बिजली और पानी की आपूर्ति पूरी तरह से ठप पड़ी हुई है. सीएम धामी ने कहा सबसे बड़ी समस्या सरकार और प्रशासन के लिए अब खड़ी होगी क्योंकि जैसे जैसे पानी उतरेगा वैसे वैसे स्वास्थ संबंधित समस्या सामने आएंगी.