पाली.राजस्थान के पाली जिले में खाप पंचायत की ओर से सुनाए गए एक फरमान की इन दिनों खूब चर्चा हो रही है. जिले के बाली उपखंड के चांचौड़ी गांव में शादी में समाज की ओर से तय किए गए रंग का साफा नहीं पहनने और दाढ़ी बढ़ाने पर, दुल्हे समेत पूरे परिवार को समाज से बहिष्कृत कर दिया गया. पीड़ित पक्ष का आरोप है कि इस मामले में पुलिस में शिकायत करने के बाद भी राहत नहीं मिली.
यह है पूरा मामला :चांचौड़ी गांव निवासी अमृत सुथार की 22 अप्रैल को बाली निवासी पूजा के साथ शादी हुई थी. शादी में समाज के एक हजार से अधिक लोग शामिल हुए और बड़े धूमधाम से रस्मों-रिवाज पूरे किए गए. अमृत सुथार के मुताबिक शादी के 15 दिन तक तो सब कुछ ठीक चला, लेकिन 5 मई को पता चला कि उसे और उसके परिवार को समाज से बहिष्कृत कर दिया गया है. कार्रवाई की वजह पता की तो सामने आया कि समाज के पंचों ने दूल्हे के साफे के रंग और दाढ़ी बढ़ाए जाने पर यह सजा मुकर्रर की है. इसके बाद समाज की ओर से एक पत्र भी जारी किया गया, जिसमें कहा गया कि 2 महीने में पंचों की बैठक बुलाकर अगर दूल्हे का पक्ष माफी मांगेगा और पंचों के आदेश को मान लिया जाएगा तो सजा में रियायत दी जाएगी.
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अमृत ने बयां किया दर्द :दूल्हे का आरोप है कि पंचों का फैसला नहीं मानने पर, उसके ससुराल पक्ष पर भी उनसे संबंध न रखने का दबाव बनाया जा रहा है. इस मामले में वह पुलिस तक भी पहुंचा, लेकिन राहत नहीं मिली. अमृत ने बताया कि वह मैकेनिकल इंजीनियर है और उसकी पत्नी पूजा सोलंकी आईटी से बीएससी करने के बाद पुणे में एक निजी कंपनी में वेब डेवलपर के रूप में काम कर रही हैं. पंचों के समाज से बेदखल करने के खिलाफ दी गई शिकायत में बताया गया है कि श्रीविश्वकर्मा वंश सुथार समाज ने 19 जून की रात पंचायत बुलाई थी, इसके बाद मौखिक रूप से घोषणा कर परिवार का समाज से बहिष्कार कर दिया गया. अमृत की पत्नी पूजा का आरोप है कि पंचायत के फैसले के बाद उसके पीहर वाले उसे घर में प्रवेश नहीं करने दे रहे हैं. उन्होंने फैसला सुनाने वाले पंचों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
समाज के लोगों ने किया इनकार : समाज के प्रतिनिधियों का दावा है कि अमृत की ओर से की गई शिकायत झूठी है. वे लोग अमृत और उसके परिवार को नहीं जानते हैं और न ही इस तरह का कोई भी फैसला सुनाया गया है. इस पूरे मामले को लेकर बाली थाना प्रभारी देवेंद्र सिंह ने बताया कि चांचौड़ी के एक युवक ने ऑनलाइन परिवाद पेश करते हुए सुथार समाज के अध्यक्ष हरिलाल समेत 30-35 लोगों पर खुद को परेशान करने का आरोप लगाया है. इस मामले में जांच की जा रही है.