नई दिल्ली: सुभाष चंद्र बोस के पोते सीके बोस का कहना है कि नेताजी आज तक एकमात्र ऐसे नेता थे जो समावेशी और धर्मनिरपेक्ष थे. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को स्पष्ट होना चाहिए कि वह क्या चाहते हैं, आप सावरकर और नेताजी का एक साथ अनुसरण नहीं कर सकते, वे एक ही पृष्ठ पर नहीं हो सकते.
बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने सोमवार को कहा था कि उनके दक्षिणपंथी संगठन और नेताजी सुभाष चंद्र बोस का लक्ष्य एक ही है.... भारत को एक महान राष्ट्र बनाना. आरएसएस और स्वतंत्रता सेनानी की विचारधारा समान नहीं होने को लेकर जारी बहस के बीच भागवत ने यह बयान दिया है.
आलोचकों का कहना है कि नेताजी धर्मनिरपेक्षता में विश्वास करते थे, जो कि 'आरएसएस की हिंदुत्व विचारधारा के विपरीत है.'भारत के स्वतंत्रता संग्राम में नेताजी के योगदान की सराहना करते हुए भागवत ने सभी से बोस के गुणों व शिक्षाओं को आत्मसात करने और देश को 'विश्व गुरु' बनाने की दिशा में काम करने का आग्रह किया.