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ब्लैक फंगस पर बोले कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री- विशेषज्ञों की रिपोर्ट बताएगी इलाज कैसे करना है

देश में इस वक्त कोरोना से ठीक हो रहे लोगों में ब्लैक फंगस नाम की बीमारी देखने को मिल रही है. माना जा रहा है कि यह बीमारी कोरोना से भी ज्यादा घातक है. इसको लेकर कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के. सुधाकर ने कहा, कि हमने ब्लैक फंगस के बारे में विशेषज्ञों से रिपोर्ट मांगी है. रिपोर्ट के आधार पर इलाज मुफ्त देने का निर्णय लिया जाएगा.

स्वास्थ्य मंत्री
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Published : May 12, 2021, 5:19 PM IST

बेंगलुरु : कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के. सुधाकर ने कहा कि ब्लैक फंगस के बारे में विशेषज्ञों से रिपोर्ट मांगी गई है. रिपोर्ट के आधार पर जल्द ही मुफ्त इलाज देने का फैसला लिया जाएगा.

इसीक्रम में मंत्री सुधाकर तीन जिलों बेंगलुरु शहर जिला, बेंगलुरु ग्रामीण और चिक्काबल्लापुर जिलों का दौरा करेंगे. दौरे से पहले, सदाशिवनगर में अपने घर पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मैंने तकनीकी सलाहकार पैनल से बात की है और पहले भी कई दौर की बातचीत हो चुकी है. ब्लैक फंगस के बारे में सरकार ने अध्ययन करने के लिए कहा है. हो सकता है कि इस बारे में आज या कल में रिपोर्ट मिल जाए.

वहीं मीडिया द्वारा डबल म्यूटेंट के बारे में पूछे गए प्रश्न पर उनका कहना था कि इस बारे में पहले ही भूवैज्ञानिकों द्वारा अध्ययन किया गया है. इसे पहले भी भारतीय वैरिएंट कहा गया है. हालांकि, यह ब्रिटिश वैरिएंट की तुलना से थोड़ा अलग है. वैज्ञानिक इसके लक्षणों पर ध्यान दे रहे हैं. साथ ही दुनिया भर के प्रतिष्ठित संस्थान इस पर अध्ययन कर रहे हैं.

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उन्होंने कहा कि पूरे देश में सिर्फ कर्नाटक में मुफ्त इलाज किया जा रहा है. वहीं पिछले साल स्वास्थ्य पर लगभग 350 करोड़ रुपये खर्च किए गए. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हम इलाज मुहैया कराते हैं. इसके अलावा जांच के साथ क्वारंटाइन व कोविड सेंटर मुहैया कराए जा रहे हैं. जबकि आस्ट्रेलिया में व्यक्ति के क्वारंटाइन होने पर 1 लाख 80 रुपये लिए जा रहे हैं.

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के. सुधाकर ने कहा, मैंने कई तालुक केंद्रीय अस्पतालों का दौरा किया है. इसमें केआर पुरा, होसकोटे व चिक्काबल्लापुर आदि शामिल हैं. उन्होंने कहा कि तालुक अस्पतालों का दौरा करने से यह समझने में मदद मिलेगी कि मरीजों का कैसा इलाज किया जाता है.

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