नई दिल्ली : राफेल विमान सौदे के मामले में कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि सच को दबाया नहीं जा सकता. वहीं पूर्व रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने कहा कि मोदी सरकार इस मामले में खामोश रहककर जवाबदेही से नहीं बच सकती है. राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि सच को दबाया नहीं जा सकता.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एंटनी ने एक बयान में कहा कि फ्रांस की लोक अभियोजन सेवा ने राफेल विमानों की खरीद के सौदे में हुए भ्रष्टाचार और लाभ पहुंचाने के मामले की जांच के लिए न्यायाधीश की नियुक्ति की है. अब इस मामले में प्रथम दृष्टया भ्रष्टाचार दिखाई देता है. उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार की चुप्पी उसकी भ्रष्टाचार को ढंकने की मंशा की ओर इशारा करती है. इस मामले की जांच और दोषियों को दंडित करने से भाजपा सरकार का इनकार इस भ्रष्टाचार को दबाने के उसके प्रयासों को दिखाता है.
उन्होंने यह दावा भी किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 अप्रैल 2015 को पेरिस गए और निविदा प्रक्रिया के बिना और रक्षा खरीद प्रक्रिया का उल्लंघन करते हुए 36 विमानों की खरीद की मनमाने ढंग से घोषणा की. पूर्व रक्षा मंत्री ने सवाल किया कि प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा सरकार ने आज तक इसको स्पष्ट नहीं किया कि खरीदे जाने वाले विमानों की संख्या 126 से घटाकर 36 क्यों की गई और भारत को प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण से वंचित रखने के क्या कारण हैं? एंटनी ने यह भी पूछा कि प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री खामोश क्यों हैं? सरकार ने चुप्पी क्यों साध रखी है? क्या नरेंद्र मोदी सरकार जवाबदेही से भाग सकती है?