नई दिल्ली :देश में अंतर्देशीय जलमार्गों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए जहाजरानी मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने शनिवार को बिहार के पटना से गुवाहाटी के पांडु के लिए एक जहाज को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. पायलट पोत 200 टन खाद्यान्न ले जा रहा है. जलमार्ग के माध्यम से लगभग 25 दिनों की लंबी यात्रा के बाद खाद्यान्न को असम में पहुंचाया जाएगा. अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए बांग्लादेश से भी यात्रा करेगा. पोत को अंतर्देशीय जल टर्मिनल गायघाट पटना से झंडी दिखाकर रवाना किया गया. बांग्लादेश के जहाजरानी मंत्री खालिद मो. चौधरी ने इस कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से भाग लिया.
अधिकारियों के अनुसार, एमवी लाल बहादुर शास्त्री पोत सेवा शुरू की गयी है. यह आज से 2,350 किलोमीटर लंबी यात्रा शुरू की है. यह सेवा असम के लिए एक नया द्वार खोलेगा जिसे अक्सर भारत की दो प्रमुख नदियों - गंगा और ब्रह्मपुत्र के माध्यम से निर्बाध जलमार्ग कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए उत्तर-पूर्व का प्रवेश द्वार कहा जाता है.
अधिकारियों ने कहा कि 78 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ बिहार के कालूघाट में नियोजित इंटरमॉडल टर्मिनल क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा और रोजगार के कई अवसर पैदा करेगा. इससे उत्तर बिहार की सड़कों पर भीड़भाड़ कम करने में मदद मिलेगी और इस क्षेत्र में कार्गो के परिवहन के लिए एक वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध होगा.
आयोजित कार्यक्रम में खाद्य एवं उपभोक्ता मंत्री पीयूष गोयल वर्चुअल रूप से शामिल हुए. इस मौके पर उन्होंने कहा कि पटना से उत्तर-पूर्व क्षेत्र की ओर जाने वाला यह जलमार्ग लोगों की आवाजाही के पारंपरिक तरीके का एक व्यवहार्य विकल्प साबित हो सकता है.
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