नई दिल्ली :केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोविड-19 टीकाकरण के लिए देशभर के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का विवरण मांगा है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने शुक्रवार को ईटीवी भारत को बताया कि डॉक्टरों, नर्सों, प्रयोगशाला तकनीशियनों, आशा कार्यकर्ताओं और सुरक्षा कर्मियों सहित स्वास्थ्य कर्मियों को प्राथमिकता के आधार पर प्रारंभिक चरण में कोविड-19 टीकाकरण प्रदान किया जाएगा.
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय टास्क फोर्स ने वैक्सीन वितरण के लिए ब्लू प्रिंट तैयार किया है. इसके तहत स्वास्थ्य कर्मियों और वरिष्ठ नागरिकों को सबसे पहले वैक्सीन मिलेगा. नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने सभी राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों को स्वास्थ्य देखभाल प्रदाताओं का विवरण प्रदान करने के लिए कहा है. टास्क फोर्स लगभग 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन के प्राथमिकता लाभार्थियों के रूप में पहचानने की प्रक्रिया में है.
अधिकारी ने कहा कि सभी औपचारिकताओं और कार्यवाही के बाद संबंधित प्राधिकरण द्वारा वैक्सीन स्वीकृत हो जाने के बाद टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. अधिकारी ने कहा कि अगले साल की शुरुआत में या मध्य में हम भारत में पहले कोविड-19 वैक्सीन की उम्मीद कर रहे हैं.
यहां यह उल्लेख किया जा सकता है कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैक्सीन कोवाक्सिन ने पहले ही मानव नैदानिक परीक्षणों के चरण III के लिए 1600 स्वयंसेवकों को नामांकित किया है. भारत के वैक्सीन निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने देश के ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से रिस्क मैन्युफैक्चरिंग और स्टॉकपिलिंग लाइसेंस के तहत वैक्सीन की 40 मिलियन खुराक पहले ही निर्मित कर ली है.
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स्वास्थ्य मंत्रालय वैक्सीन लॉजिस्टिक्स के लिए निजी कंपनियों के साथ भी बातचीत कर रहा है. अधिकारियों ने कहा कि सरकार SII, डॉ. रेड्डीज, डॉ. लाल पैथलैब्स और कई अन्य स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्रों में प्रमुख खिलाड़ी से टीका के भंडारण और वितरण के लिए चर्चा कर रही है. अधिकारियों ने कहा कि सरकार दवा निर्माताओं से सीधे कोविड-19 वैक्सीन खरीदने और उन्हें प्राथमिकता समूहों में वितरित करने की योजना बना रही है.
ईटीवी भारत से बात करते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के अध्यक्ष डॉ. राजन शर्मा ने कहा कि सरकार ने प्रबंधन की पहली पंक्ति के रूप में सभी स्वास्थ्य पेशेवरों का विवरण मांगा है. डॉ. शर्मा ने कहा कि एक बार टीका बनने के बाद कोल्ड चेन स्टोरेज की तत्काल आवश्यकता होगी. हमने सरकार को ब्योरा देना शुरू कर दिया है. डॉक्टर्स, नर्स, लैब टैक्नीशियन और अन्य पहली प्राथमिकता हैं.