नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित कोविड-19 रोधी टीके 'कोवोवैक्स' की सात करोड़ खुराक नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड को निर्यात करने की अनुमति दी है. आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) में निदेशक (सरकार और नियामक मामले) प्रकाश कुमार सिंह ने भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) को एक आवेदन दिया था, जिसमें विदेशों में टीके की खुराक निर्यात करने के लिए अनापत्ति रिपोर्ट मांगी गई थी.
सूत्रों ने कहा, 'मूल्यांकन के बाद डीसीजीआई कार्यालय ने 'कोवोवैक्स' की सात करोड़ खुराक नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड को निर्यात करने पर अनापत्ति रिपोर्ट दे दी.' इन देशों में अभी तक इस टीके को मंजूरी नहीं मिली है.
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भारत के औषधि नियामक, केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने मंगलवार को देश में 'कोवोवैक्स' को आपात स्थिति में सीमित इस्तेमाल की मंजूरी दे दी. डीसीजीआई कार्यालय ने 17 मई को एसआईआई को 'कोवोवैक्स' के निर्माण और भंडारण की अनुमति दी थी. डीसीजीआई की मंजूरी के आधार पर कंपनी ने अब तक टीके की खुराक का उत्पादन और भंडारण किया है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 17 दिसंबर को 'कोवोवैक्स' को आपातकालीन इस्तेमाल सूची में शामिल किया था, जिससे कोविड-19 के खिलाफ वैश्विक स्वास्थ्य निकाय द्वारा मान्य टीके की संख्या में बढ़ोतरी हुई थी. अगस्त 2020 में अमेरिकी दवा कंपनी नोवावैक्स ने एसआईआई के साथ एनवीएक्स-कोव2373 टीका तैयार करने और विपणन के लिए एसआईआई के साथ समझौता किया था. एसआईआई का 'कोवोवैक्स' टीका नोवावैक्स यूएसए टीका का एक तकनीकी हस्तांतरण है.
(पीटीआई-भाषा)