नई दिल्ली:संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा (Loksabha And Rajyasabha) में बुधवार को विपक्ष के नेताओं (Opposition Leaders) ने सरकार को महंगाई और बेरोजगारी (Inflation And Unemployment) पर घेरा. राष्ट्रपति के बजट अभिभाषण पर चर्चा करते हुए जहां लोकसभा में कांग्रेस के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने इसे ब्यूरोक्रेट्स द्वारा बनाया गया बजट करार दिया. वहीं सरकार पर बेरोजगारी की रोकथाम के लिए कोई भी कदम नहीं उठाने के आरोप लगाए. राहुल गांधी ने कहा कि इस बजट (Union Budget 2022 ) में आम आदमी के फायदे के बारे में नहीं सोचा गया है.
पढ़ेंः लोकसभा में राहुल का मोदी-शाह पर तीखा हमला, बताया- 'किंग' की तरह कर रहे शासन
टीएमसी सांसद (TMC MP) शुभेंदु शेखर राय ने केंद्र सरकार (Central Government) पर राज्य सरकारों के साथ चर्चा के बगैर राज्य में अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र में बीएसएफ (BSF) के क्षेत्राधिकार बढ़ाए जाने पर सवाल उठाए. उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह राज्य सरकारों के अधिकारों का हनन कर रही है. राज्यसभा में प्रधानमंत्री की मौजूदगी में बुधवार को कांग्रेस नेता मलिकार्जुन खड़गे ने महंगाई में हुई बढ़ोतरी का मुद्दा उठाते हुए सरकार को घेरा.
माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में पहले चरण के मतदान (First Phase Voting In Uttar Pradesh Assembly Election) से पहले इस बजट सत्र (budget session 2022) को सरकार की असफलताओं को उजागर करने के लिए इस्तेमाल करेगा. महंगाई, बेरोजगारी और पेगासस जैसे मुद्दे सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन सकते हैं. इस संबंध में भाजपा सांसद और पूर्व वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला का कहना है कि विपक्ष का काम है आरोप लगाना. उसे सरकार की तमाम योजनाओं में खामियां ही दिखती है. उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस सरकार में थी तब सरकारी योजनाओं की नहीं बल्कि संसद में मात्र घोटालों पर चर्चा होती थी. आज कम से कम विपक्ष को योजनाओं पर चर्चा करने का सरकार ने मौका तो दिया है. उन्होंने कहा कि भले ही विपक्ष लामबंद होकर संसद में सरकार को घेरने की कोशिश करे मगर जनता सरकार के काम से परिचित है. वह भाजपा की सरकार से खुश है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी तक के सबके चहेते प्रधानमंत्री हैं. राज्यों के चुनाव में भी जनता भाजपा का ही साथ देगी.