नई दिल्ली :सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव (IT Minister Ashwini Vaishnav) ने राज्यसभा में पूरक प्रश्नों का जवाब देते हुए कहा कि जब भी सरकार ने सोशल मीडिया को जवाबदेह बनाने के लिए कोई कदम उठाया है, विपक्ष ने उस पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने का आरोप लगाया है, लेकिन ऐसा नहीं है.
उन्होंने प्रश्नकाल के दौरान मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाने वाली बुली बाई जैसी वेबसाइटों (Websites like Bully Bai) के खिलाफ क्या कार्रवाई शुरू की गई है, का जवाब देते हुए कहा कि यदि इस मामले में राजनीतिक सहमति हो तो सोशल मीडिया के संबंध में सख्त नियम लाए जा सकते हैं. बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी के एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उल्लंघन के संज्ञान में आने पर सरकार ने तुरंत कार्रवाई की है.
मंत्री ने कहा कि हमें अपनी महिलाओं और हमारी आने वाली पीढ़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और सोशल मीडिया को जवाबदेह बनाने के लिए एक संतुलन और आम सहमति बनानी होगी. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के नियमों को मजबूत करना होगा और अगर विपक्ष, सरकार पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने का आरोप लगाता है, तो यह गलत है. हमें एक साथ नई दिशा की ओर बढ़ना है.
कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा (Congress MP Anand Sharma) द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या सोशल मीडिया के कामकाज को प्रभावी ढंग से जांचने के लिए कोई सत्यापन प्रक्रिया की गई है, मंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया पर सख्त जवाबदेही है. उन्होंने कहा कि अगर सदन में आम सहमति होती है, तो हम सोशल मीडिया के लिए और भी कड़े नियम बनाने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि मेरा निजी तौर पर मानना है कि अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हमें नियमों को और सख्त बनाना चाहिए.
मंत्री ने यह भी कहा कि मैं आपसे सहमत हूं कि हमें एक समाज के रूप में आगे आना होगा और सोशल मीडिया को और अधिक जवाबदेही तय करनी होगी. उन्होंने कहा कि इस समय सरकार संवैधानिक ढांचे के भीतर काम कर रही है और राज्यों और केंद्र दोनों की भूमिका को परिप्रेक्ष्य में देखा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों की कानून प्रवर्तन एजेंसियां या मेरी टीम मिली जानकारी के आधार पर कार्रवाई कर रही हैं.