नई दिल्ली : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की करीब तीन साल बाद वतनवापसी पक्की हो गई है. जियो न्यूज के मुताबिक पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने पीएमएल-एन नेता नवाज शरीफ को नया पासपोर्ट जारी किया गया है.
लाहौर हाई कोर्ट ने नवाज शरीफ को नवंबर 2019 में लंदन जाने की अनुमति दी थी. हालांकि तब अदालत की ओर से उन्हें चार हफ्ते की मोहलत दी गई थी, मगर उसके बाद से वह पाकिस्तान नहीं लौटे. हालांकि इमरान खान सरकार की विदाई के बाद से ही नवाज शरीफ के वतन वापसी की अटकलें लगाई जा रही थीं. पाकिस्तान में शहबाज शरीफ की नई सरकार के गठन के बाद यह कहा जाने लगा कि नवाज ईद के बाद देश वापस लौट सकते हैं. पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ पूर्व पीएम नवाज शरीफ के छोटे भाई हैं.
जुलाई 2017 में पनामा पेपर्स मामले में नाम आने बाद नवाज शरीफ के खिलाफ वहां की सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा चला था. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर नवाज शरीफ को पीएम का पद छोड़ना पड़ा था. उन्हें एक मामले में सात साल की कैद की सजा हुई थी. 72 साल के नवाज शरीफ पर तोशखाना समेत भ्रष्टाचार के कई मुकदमे चल रहे थे. नवंबर 2019 में लाहौर हाईकोर्ट ने नवाज शरीफ को इलाज के लिए लंदन जाने की अनुमति दी थी. कोर्ट ने उन्हें चार सप्ताह में वापस लौटने की हिदायत दी थी. इसके बाद वह अपनी बेटी मरियम नवाज के साथ लंदन चले गए, फिर वापस नहीं लौटे.
नवाज शरीफ लंदन से ही अपनी पार्टी पीएमएल-एन को संचालित करते रहे. पाकिस्तान में उनकी बेटी मरियम नवाज और भाई शहबाज शरीफ ने मोर्चा संभाला था. पाकिस्तान में नई सरकार बनते ही पूर्व प्रधानमंत्री के लिए नया पासपोर्ट जारी करने का आदेश दिया गया था. इससे पहले नवाज इमरान खान की सरकार ने नवाज शरीफ के पासपोर्ट को रिन्यूअल करने से इनकार कर दिया था.
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