वेल्लोर: ट्रक चालक कार्तिकेयन (45) तमिलनाडु के तिरुपथुर जिले के वनीयमपडी के बगल में उदयेंद्रम गांव के रहने वाले हैं. वह बीते सोमवार को सुबह करीब 5 बजे माधनुर के पास लॉरी चला रहे थे, तभी पीछे आ रही एक निजी बस ने उनकी लॉरी को टक्कर मार दी. इस टक्कर से लॉरी अनियंत्रित हो गई और सड़क किनारे खाई में पलट गई. इस हादसे में उनके सिर पर गंभीर चोट आई, जिसके बाद आसपास के लोगों ने उन्हें इलाज के लिए वेल्लोर के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती करा दिया.
डॉक्टरों ने उनके सिर में टांके लगा दिए, लेकिन इसके बाद भी उनका खून बहना बंद नहीं हुआ और सिर में तेज दर्द होता रहा. इसके चलते कार्तिकेयन के परिजनों ने उन्हें वहां डिस्चार्ज कराकर वेल्लोर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया. वहां उसके सिर का स्कैन करने वाले डॉक्टरों ने चौंकाने वाली जानकारी दी. डॉक्टर स्कैन देखकर हैरान रह गए, क्योंकि उसके सिर में लोहे का एक नट दिखाई दिया. डॉक्टरों ने फौरन ही उनका ऑपरेशन किया और सिर से नट को निकाल दिया गया.
मामले के बारे में कार्तिकेयन के रिश्तेदारों ने कहा कि हादसे की जानकारी मिलने के बाद हम सुबह करीब 8 बजे अस्पताल गए. तब तक उसे प्राथमिक उपचार नहीं दिया गया था. जब हमने वहां के सरकारी अस्पताल की नर्सों से पूछा तो उन्होंने कहा कि वह ठीक हैं और खुद को होश में हैं, जिससे वह नाराज हो गए. उसके बाद उनका स्कैन हुआ और जब हमने हंगामा किया, तो तुरंत उनके सिर पर टांके लगाकर नॉर्मल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया. लेकिन टांके लगाने वाली जगह से खून बहता रहा था.
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परिजन ने कहा कि हमारे पास निजी अस्पताल जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. लेकिन जब हम वहां गए और स्कैन कराया तो हमें बताया गया कि उनके सिर में एक नट है. डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर उस नट को निकाल दिया. परिजनों ने आरोप लगाया कि सरकारी डॉक्टर बेपरवाह हैं और सिर में नट छोड़कर ही टांके लगा दिए. इस बारे में वेल्लोर सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डीन डॉ पापपति से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अभी तक इससे संबंधित कोई शिकायत मेरे पास नहीं आई है. मैं घटना की जानकारी लूंगा और जवाब दूंगा.