पुणे: महाराष्ट्र के पुणे शहर में गूगल कंपनी के कार्यालय परिसर में बीती रात बम होने की अफवाह फैलाई गई. इसकी सूचना पुलिस को दी गई. सतर्क पुलिसकर्मी और बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंचकर छानबीन की. इस दौरान बम की सूचना झूठी निकली. बाद में जांच पड़ताल के दौरान फोन करने वाले का सुराग मिला और उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस उपायुक्त (जोन V) विक्रांत देशमुख ने कहा, 'पुणे के मुंढवा इलाके में एक बहुमंजिला व्यावसायिक इमारत की 11वीं मंजिल पर स्थित गूगल कार्यालय को रविवार देर रात फोन आया कि कार्यालय परिसर में एक बम रखा गया है. इस सूचना पर त्वरित कार्रवाई की गई. सतर्क पुणे पुलिस और बम निरोधक दस्ता को मौके पर भेजा गया.
पुलिसकर्मियों ने कार्यालय परिसर की सघन तलाश ली. इस दौरान कुछ भी आपत्तिनजक नहीं मिला. इसके बाद इस सूचना को झूठा करार दिया गया. फिर पुलिस ने कॉल करने वाले का पता लगया. जांच के दौरान पता चला कि फोन हैदराबाद से किया गया. फिर पुलिस ने आरोपी शख्स को पकड़ लिया. उससे पूछताछ की जा रही है. प्राथमिक रूप से पता चला है कि उसने नशे की हालत में फोन किया था. हालांकि, घटना की आगे की जांच जारी है.
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बता दें कि पिछले महीने दिल्ली आईजीआई हवाई अड्डे पर स्पाइसजेट की दिल्ली-पुणे उड़ान में बम होने की झूठी कॉल करने का मामला सामने आया था. इस मामले में ब्रिटिश एयरवेज के 24 वर्षीय प्रशिक्षु टिकटिंग एजेंट को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने बताया कि आरोपी ने महिला मित्रों के साथ अधिक वक्त गुजारने चक्कर में उसने फोन किया था. उसकी महिला मित्र उसी उड़ान से मुंबई जानेवाली थी. आरोपी की पहचान अभिनव प्रकाश के तौर पर की गई. उन्होंने बताया कि प्रकाश की गिरफ्तारी की बात सुन कर उसके दोनों दोस्त फरार हो गए.