नई दिल्ली : मां को सम्मान देने और उनकी सराहना करने के लिए पूरी दुनिया में हर साल मदर्स डे मनाया जाता है. 1914 से लेकर अब तक, लगभग 111 साल से मदर्स डे सेलिब्रेट किया जा रहा है. इस साल भारत में मदर्स डे आज यानी 14 मई को मनाया जा रहा है. इस मौके पर Google डूडल ने कुछ मनमोहक जानवरों की पुरानी तस्वीरें शेयर की हैं. साथ ही गूगल ने इस डूडल में दिख रहे जानवरों के एनिमेटेड हैंड क्राफ्ट क्ले आर्टवर्क को भी 'डूडलर सेलीन यू' पर शेयर किया है.
गूगल के इस डूडल में कई सारे जानवरों को दिखाया गया हैं. जिसमें मुर्गी, ऑक्टोपस, शेर, सांप, पक्षी और अन्य विभिन्न प्रकार के जानवर शामिल है. जो ये दिखाता है कि हर स्पीसिज में मातृत्व की भावना होती है. गूगल हर साल खास मौकों को और खास बनाने के लिए डूडल बनाता है. यानी गूगल डूडल के माध्यम से खास अवसरों को सेलिब्रेट करता है.
मदर्स डे का इतिहास और महत्व
मदर्स डे, मां के अनकडिशनल लव को सेलिब्रेट करने के लिए मनाया जाता है, जो वह हमें हर दिन देंती हैं. हमारे हर अच्छे- बुरे परिस्थितियों में हमारे साथ खड़ी रहती हैं. कई देशों में हर साल मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है. मदर्स डे को 1900 के दशक की शुरुआत से मनाया जा रहा है, जब अमेरिका ने माताओं को एक दिन समर्पित किया गया था. एना जार्विस नाम की एक अमेरिकी महिला 1905 में अपनी मां की मृत्यु के बाद उनका सम्मान करना चाहती थी और उसने सभी माताओं के लिए एक दिन अलग रखने का फैसला किया. बाद में, महिला ने औपचारिक रूप से मई 1908 में वेस्ट वर्जीनिया के ग्राफ्टन में पहली बार Mothre's Day मनाया.
हर स्पीसिज में मातृत्व की भावना को दिखाता डूडल उसके बाद से यही दिन फेमस हो गया, जिसके बाद एना और उनके दोस्तों ने अमेरिका में प्रमुख हस्तियों से मदर्स डे को नेशनल हॉलिडे घोषित करने का आग्रह किया. कुछ सालों के भीतर, अमेरिका के हर राज्य में यह दिवस मनाया जाने लगा. 1914 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने घोषणा की कि मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे के रूप में मनाया जाएगा. धीरे-धीरे यह विचार दूसरे देशों में फैल गया और इस तरह यह दुनिया भर में मनाया जाने लगा.
पढ़ें :Mother's Day 2023 : 'मेरे पास मां है' से 'अम्मी जान कहती थी'...डालिए बॉलीवुड के इन 'अमर' डायलॉग्स पर एक नजर