गुड गवर्नेंस डेः क्या आप जानते हैं पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन से जुड़ी इन रोचक बातों को
Good Governance Day: 47 साल तक संसद के सदस्य रहने वाले भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिवस सुशासन दिवस, या कहें गुड गवर्नेंस डे के रूप में मनाया जाता है. पढ़ें पूरी खबर.
हैदराबाद :भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था. भारत के विकास में उनके योगदान को सम्मान देने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से 2014 में उनकी जयंती को सुशासन दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया था. दिवस की स्थापना ई-गवर्नेंस के नारे के साथ की गई थी. इसी के आधार पर हर साल 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस उपलक्ष्य सरकारी और गैर-सरकारी स्तर पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. सुशासन दिवस का मुख्य उद्देश्य सुशासन के माध्यम से विभिन्न सरकारी सेवाओं और कार्यक्रमों तक जनता का सुलभ पहुंचाना सुनिश्चित करना है.
भारत में सुशासन की चुनौतियां:
महिला सशक्तिकरण
भ्रष्टाचार की समस्या
त्वरित न्याय के अधिकार का प्रयोग करने में बाधा
भ्रष्टाचार के मामलों की सुनवाई के प्राथमिकता का अभाव
प्रशासनिक व्यवस्था में खामियां
राजनीति में आपराधिक प्रवृति के लोगों का शामिल होना
अटल बिहारी वाजपेयी की पुरस्कार सूची:
1992: पद्म विभूषण, भारत का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार
1993: कानपुर विश्वविद्यालय से साहित्य में डॉक्टरेट की उपाधि
1994: लोकमान्य तिलक पुरस्कार
1994: उत्कृष्ट सांसद पुरस्कार
1994: भारत रत्न पंडित गोविन्द वल्लभ पंत अवार्ड
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी
2015: भारत रत्न, भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी
2015: बांग्लादेश मुक्तिजुद्धो सनमानोना (बांग्लादेश मुक्ति युद्ध सम्मान) बांग्लादेश सरकार की ओर से दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी
अटल बिहारी वाजपेयी के बारे में तथ्य:
25 दिसंबर 1924 को अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था. यह संयोग है कि उनका जन्मदिन क्रिसमस के दिन है.
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी
उनकी लोकप्रियता के कारण उन्हें जन-जन का आदमी कहा जाता है.
भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लेने के कारण उन्हें 23 दिनों तक जेल में गुजारना पड़ा था.
संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिंदी में भाषण देने वाले अटल बिहारी वाजपेयी पहले भारतीय राजनेता थे.
उन्होंने चार राज्य- उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, नई दिल्ली और गुजरात के 6 संसदीय क्षेत्रों में जीत हासिल की थी.
वे 47 साल तक संसद सदस्य रहे. इनमें 11 बार लोकसभा और 2 बार राज्यसभा के सदस्य रहे.
वे भाजपा के पहले नेता थे जो देश के प्रधानमंत्री बने थे.
भारत के प्रधानमंत्री के रूप में उन्हें तीन कार्यकाल मिला. पहले 1996 में 13 दिनों की अवधि के लिए. दूसरी बार 1998 से 1999 तक 13 महीने की अवधि के लिए. तीसरा और अंतिम कार्यकाल 1999 से 2004 तक रहा. यह पूर्णकालिक कार्यकाल था.
प्रधानमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल में 1998 में भारत ने राजस्थान के पोखरण में एक सफल परमाणु परीक्षण किया था, जो ऑपरेशन शक्ति नाम से जाना जाता है.
अटल बिहारी वाजपेयी अविवाहित थे. शादी नहीं करने के पीछे का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा था, 'मैं इतना व्यस्त हूं कि मैं शादी करना भूल गया.
उनकी एक दत्तक पुत्री है, जिनका नाम नमिता भट्टाचार्य है.
2009 में स्ट्रोक के कारण वाजपेयी की आवाज और हाथ की गति खराब हो गई.
कई सालों तक बीमार रहने के बाद एम्स नई दिल्ली 16 अगस्त 2018 को अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हो गया.
बताया जाता है कि जब वे 10वीं कक्षा में थे तो उन्होंने पहली कविता की रचना की.
उन्होंने जगजीत सिंह के साथ अपनी कविताओं वाले 2 एल्बम भी जारी किए: नई दिशा (1999) और संवेदना (2002).
वाजपेयी भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी के करीबी अनुयायी थे.
वाजपेयी ने 2005 के अंत में राजनीति से संन्यास की घोषणा की.
दिसंबर 2014 के अंत में उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, भारत रत्न से सम्मानित किया गया था.
वाजपेयी कई भाषाओं के जानकार थे. उन्होंने वीर सावरकर की कई कविताओं का मराठी से हिंदी में अनुवाद भी किया था
राजनीति में आने से पूर्व उन्होंने पत्रकारिता में एक छोटा सा काम किया था. दो मासिक पत्रिकाएं राष्ट्रधर्म और पाञ्चजन्य का वे संपादन कर चुके थे.
अटल बिहारी वाजपेयी शाकाहारी नहीं थे. उन्हें नॉनवेज काफी पसंद था खासकर झींगा मछली खाना उन्हें खूब पसंद था.
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने एक बार अटल बिहारी वाजपेयी को भारतीय राजनीति के भीष्म पितामह कहकर संबोधित किया था.
सुशासन में सुधार के लिए भारतीय पहल
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के लिए पायलट जिला सुशासन सूचकांक (डीजीजीआई) लॉन्च किया है. भविष्य में इसे देश के हर जिले में लागू करने की योजना है. जम्मू और कश्मीर के लिए सूचकांक (डीजीजीआई) में 58 मानकों के आधार पर 116 डेटा बिंदु हैं, जो 10 शासन क्षेत्रों में फैले हुए हैं.
देश में शासन की स्थिति निर्धारित करने के लिए कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय द्वारा Good Governance Index लॉन्च किया गया है.
राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस योजना: इसका दृष्टिकोण, सामान्य सेवा वितरण आउटलेट के माध्यम से सभी सरकारी सेवाओं को उनके इलाके में आम आदमी के लिए सुलभ बनाना और दक्षता सुनिश्चित करना है. आम आदमी की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए सस्ती कीमत पर सेवाओं की पारदर्शिता और विश्वसनीयता को बनाये रखा जाय.
सूचना का अधिकार अधिनियम 2005: यह शासन में पारदर्शिता सुनिश्चित करने में प्रभावी भूमिका निभाता है.