अमरावती :खान विभाग ने आंध्र प्रदेश में दस स्थानों पर सोने के भंडार की पहचान की है और उनमें से लगभग सभी अनंतपुर जिले में स्थित हैं. भारत गोल्ड माइन्स लिमिटेड (बीजीएमएल) ने क्षेत्र के केंद्र रामगिरी में सोने को जब्त कर लिया है. साल 2001 के बाद से खुदाई बंद है.
वर्तमान में अनंतपुर जिले केरोडम मंडल में दो स्वर्ण भंडार, भोक्सम पल्ली और कादिरी मंडल में छह हैं. हालांकि, कुल 97.4 वर्ग किमी. के सभी दस स्थानों पर सोना जमा था. अधिकारियों ने कहा अगर एक टन मिट्टी का खनन किया जाए तो 4 ग्राम सोना निकाल सकता है.
उनका अनुमान है कि सभी क्षेत्रों में कुल 16 टन सोना जमा होगा. जिसमें जौक में 10 टन, रामगिरी में चार टन और भोकसम पल्ली में दो टन सोना शामिल है. अधिकारियों ने सुझाव दिया कि क्षेत्र में भूमिगत खुदाई के माध्यम से जमा सोना निकाला जा सकता है.
उन्होंने कहा कि मौजूदा सोने की बाजार कीमतों के आधार पर यहां खनन सस्ता होगा. भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) ने राज्य के नौ हिस्सों में बेस मेटल, तांबा, सोना, मैंगनीज, हीरे और लौह अयस्क के नौ ब्लॉकों की पहचान की है. इन्हें हाल ही में केंद्र ने राज्य को सौंपा गया था.
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इन क्षेत्रों में आगे खनिज अन्वेषण के लिए समग्र लाइसेंस जारी किए जाएंगे और साथ ही राज्य खनन विभाग द्वारा चिन्हित दस स्वर्ण भंडार क्षेत्रों को कंपोजिट लाइसेंस जारी करने का निर्णय लिया गया है. यह लाइसेंस एक हजार हेक्टेयर तक किसी व्यक्ति या संस्था को दिया जाता है.
क्षेत्र में खनिज भंडार पर आगे की खोज की जानी चाहिए. खनन पट्टा प्रदान किया जाता है जहां पूर्ण खनिज जमा की पहचान की जाती है. खनन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कंपोजिट लाइसेंस जारी करने के लिए वे जल्द ही ई-नीलामी करेंगे.