नई दिल्ली :तजिंदर सिंह बग्गा के मामले में लगातार उठापठक जारी है. आज यानी शनिवार को गोवा के सीएम प्रमोद सावंत ने उनसे मुलाकात की, जहां उन्होंने दिल्ली सरकार को घेरते हुए कहा कि दिल्ली की आप सरकार इसी तरह की घटना की योजना पहले गोआ में बना रही थी, जिसे हमने नाकाम किया जो अब दिल्ली में तजिंदर सिंह बग्गा के साथ हुआ है.
गोवा के सीएम प्रमोद सावंत ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने तजिंदर सिंह बग्गा का अपहरण किया. पंजाब पुलिस को ऐसे व्यवहार नहीं करना चाहिए था. बग्गा को उठाकर ले जाना आम आदमी पार्टी पुलिस का उपयोग पॉलिटिकल यूज़ के लिए कर रही है.
17 पॉइंट्स में समझिये पूरा मामला...
- तजिंदर सिंह बग्गा के खिलाफ आरोपों में भड़काऊ बयान देना, धार्मिक दुश्मनी को बढ़ावा देना और आपराधिक धमकी देना शामिल है. इसी सिलसिले में भाजपा नेता तजिंदर सिंह बग्गा की शुक्रवार सुबह को दिल्ली में उनके घर से पंजाब की पुलिस ने गिरफ्तारी की, जिससे तीन राज्यों में दो दलों और पुलिस बलों के बीच नाटकीय प्रदर्शन हुआ.
- घंटों तक चले चूहे-बिल्ली के खेल में बग्गा को सबसे पहले पंजाब पुलिस ले गई. उन्हें आम आदमी पार्टी (AAP) प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ अपने ट्वीट पर "भड़काऊ बयान, धार्मिक दुश्मनी और आपराधिक धमकी को बढ़ावा देने" के लिए गिरफ्तार किया गया था.
- दिल्ली पुलिस ने बग्गा के पिता की शिकायत के आधार पर अपहरण का मामला जहांगीरपुरी थाने में दर्ज किया, जिसके बाद हरियाणा पुलिस ने पंजाब पुलिस को मोहाली के रास्ते में रोक दिया.
भाजपा का प्रदर्शन
- हरियाणा पुलिस ने बग्गा को गिरफ्तार कर ले जा रही पंजाब पुलिस की कार को घेर लिया. साथ ही उन्हें राजमार्ग से यूटर्न लेकर कुरुक्षेत्र के एक पुलिस स्टेशन ले गए, जहां पंजाब पुलिस को हिरासत में लिया गया. उसी समय, पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने AAP शासित पंजाब के भाजपा नेता बग्गा को दिल्ली पुलिस को सौंपे जाने के बजाय हरियाणा में रखने की मांग को ठुकरा दिया.
- हरियाणा पुलिस ने स्पष्ट रूप से दिल्ली पुलिस के अनुरोध पर कार्रवाई की. साथ ही अपहरण की शिकायत के आधार पर तलाशी वारंट के लिए अदालत पहुंची.
- हाथ में तलाशी वारंट लिए, दिल्ली पुलिस की एक टीम हरियाणा के कुरुक्षेत्र पहुंची और भाजपा नेता बग्गा को "बचाया", जिसके बाद बग्गा को दिल्ली पुलिस राष्ट्रीय राजधानी ले कर लौटी. इस बीच तजिंदर सिंह बग्गा ने मीडिया को विक्ट्री साइन दिखाया.
- AAP नेताओं ने बग्गा की गिरफ्तारी का समर्थन किया. AAP नेताओं ने कहा कि पंजाब पुलिस ने निष्पक्ष तरीके से काम किया. पंजाब पुलिस के पांच नोटिस के बाद भी बग्गा द्वारा जांच में सहयोग करने से इनकार करने के बाद कार्रवाई की गई. बता दें कि AAP विधायक आतिशी ने भाजपा नेता को "गुंडा, लफंगा, दंगाई (अपराधी, आवारा और दंगाई)" के रूप में वर्णित किया था.
दिल्ली लौटे बग्गा...
- AAP प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा नेता तजिंदर सिंह बग्गा सोशल मीडिया पर "अश्लील, जहरीली और घृणित भाषा" का इस्तेमाल करते हैं. वहीं दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता नवीन कुमार जिंदल ने दावा किया कि लगभग 50 पुलिसकर्मियों ने बग्गा के घर में घुसकर उन्हें गिरफ्तार किया. पंजाब पुलिस ने बग्गा को अपनी पगड़ी भी नहीं पहनने दी. बताया कि बग्गा के पिता का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें घूंसा मारा और बेटे को पंजाब ले जाने के लिए बाहर खींच लिया. बग्गा के पिता ने कहा कि जब उन्होंने एक वीडियो रिकॉर्ड करने की कोशिश की, तो पंजाब पुलिस ने उनका फोन छीन लिया. साथ ही उनका और तजिंदर बग्गा दोनों का ही फोन जब्त कर लिया.
- केंद्र को रिपोर्ट करने वाली दिल्ली पुलिस ने दावा किया कि उन्हें गिरफ्तारी के बारे में पहले से सूचित नहीं किया गया था. पंजाब पुलिस ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि उनकी एक टीम कल शाम से दिल्ली के एक पुलिस स्टेशन में है.