पणजी :गोवा विधानसभा चुनाव (goa assembly elections 2022) में अब एक महीने से भी कम वक्त बाकी है. भाजपा नेताओं-विधायकों का असंतोष एक ओर जहां पार्टी की किरकिरी करा रहा है तो दूसरी ओर 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा में उसके लिए मुश्किलें भी खड़ी करता दिख रहा है. दरअसल, दिवंगत मुख्यमंत्री और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर (Manohar parrikar son utpal) और भाजपा के बीच तनातनी की खबरें हैं. गोवा विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के प्रदेश प्रभारी बनाए गए देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि सिर्फ पर्रिकर के पुत्र होने के कारण किसी को भाजपा टिकट देगी, इस बात की कोई गारंटी नहीं (Utpal Parrikar goa election ticket) है. गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने भरोसा जताया है कि उत्पल पर्रिकर के साथ भाजपा मुद्दे को जल्द सुलझा लेगी. उत्पल पर्रिकर ने भाजपा से सवाल किया है कि पार्टी ईमानदारी और चरित्र में विश्वास करती है या नहीं?
दरअसल, पूर्व रक्षा मंत्री पर्रिकर का 17 मई, 2019 को निधन हो गया था. उनके निधन के बाद गोवा भाजपा में नेतृत्व को लेकर कई कयास लगाए गए, लेकिन प्रमोद सावंत के सीएम बनने के बाद अटकलों और तनातनी पर एक तरीके का विराम लग गया. विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद टिकट बंटवारे को लेकर भाजपा में अंदरुनी तनाव की खबरें सामने आ रही हैं.
पर्रिकर ने भाजपा के लिए किया काम
बता दें कि फडणवीस ने बुधवार को कहा था कि पार्टी 14 फरवरी को होने वाले गोवा विधानसभा चुनाव के लिए किसी को सिर्फ इसलिए टिकट नहीं दे सकती क्योंकि वह एक नेता का बेटा है. उनकी टिप्पणी को उत्पल पर्रिकर के संदर्भ में देखा गया. उत्पल पणजी विधानसभा सीट से पार्टी का टिकट पाने का प्रयास कर रहे हैं. फडणवीस ने कहा, मनोहर पर्रिकर ने गोवा में बीजेपी को स्थापित करने के लिए काफी काम किया. लेकिन सिर्फ इसलिए कि आप मनोहर पर्रिकर के या किसी के बेटे हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि आपको बीजेपी का टिकट मिल जाएगा. उन्होंने कहा, अगर भाजपा के लिए किए गए काम दिखाए जाएं, तो पार्टी टिकट के बारे में सोचेगी. इस बारे में कोई फैसला मैं अकले नहीं संसदीय बोर्ड द्वारा लिया जाएगा.
फडणवीस ने उत्पल पर्रिकर की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ हालिया बैठक पर टिप्पणी करने से भी परहेज किया. मुझे नहीं पता कि उत्पल (पर्रिकर) और अमित शाह के बीच बैठक में क्या हुआ. मैं तभी कुछ बोल सकता हूं जब मुझे पता हो कि बैठक में क्या हुआ ?
उत्पल की प्रतिक्रिया
फडणवीस के बयान के बाद उत्पल ने कहा, 'मैं पार्टी का एक छोटा सा कार्यकर्ता हूं और देवेंद्र फडणवीस जैसे वरिष्ठ नेता ने जो कहा है उस पर टिप्पणी नहीं कर सकता. लेकिन, अगर मैं सिर्फ इसलिए टिकट मांगना चाहता हूं कि मैं (दिवंगत) मनोहर पर्रिकर का बेटा हूं, तो मैंने आखिरी बार (पर्रिकर के निधन के बाद उपचुनाव के दौरान) इसकी मांग की होगी.'
सीएम सावंत आश्वस्त
इसी बीच समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक गोवा के सीएम प्रमोद सावंत ने कहा है कि केंद्रीय नेतृत्व उत्पल पर्रिकर की अपने पिता के निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा से अवगत है और उनके संपर्क में हैं. उन्होंने कहा, उत्पल पणजी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहते (Panaji seat utpal parrikar goa election) हैं और केंद्रीय नेतृत्व इसके बारे में पूरी तरह से अवगत है. वह उत्पल के संपर्क में हैं और वे इसका समाधान निकालेंगे.
भाजपा में कोई असंतोष नहीं
उत्पल पर्रिकर के भाजपा टिकट वितरण प्रक्रिया के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, वह (उत्पल) ऐसे काल्पनिक मुद्दे उठा रहे हैं जिनका कोई अस्तित्व नहीं है और मुझे विश्वास है कि इसे हल कर लिया जाएगा. उन्होंने संकेत दिया कि उत्पल पर्रिकर को विश्वास में लेकर पार्टी नेतृत्व इस मसले का समाधान कर लेगा. उन्होंने यह भी कहा कि गोवा भाजपा में कोई असंतोष नहीं है और जो लोग हाल के दिनों में पार्टी छोड़ चुके हैं ये वही लोग है जिन्होंने अपने परिजनों के लिए टिकट की मांग की थी. इसे ठुकराए जाने के बाद ही वे पार्टी छोड़कर गए है. इसमें उनके कैबिनेट सहयोगी भी शामिल हैं.
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भाजपा में असहमति से जुड़े सवाल पर सीएम प्रमोद सावंत ने कहा पार्टी में कोई असहमति नहीं है. मेरे सहयोगी माइकल लोबो ने पार्टी छोड़ दी है. भारतीय जनता पार्टी 'राष्ट्र पहले', 'राज्य पहले', 'लोग पहले' की नीति में विश्वास करती है लेकिन लोबो के लिए यह 'पत्नी पहले' है. वह (लोबो) अपनी पत्नी के लिए टिकट चाहते थे और भाजपा केवल एक परिवार को बढ़ावा देने के इस दर्शन में विश्वास नहीं करती है. उन्होंने पार्टी छोड़ दी और इसका हमारी चुनावी संभावना पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है.
केजरीवाल का बयान
सियासी सरगर्मियों के बीच आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यदि गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर उनकी पार्टी में शामिल होना चाहें तो उनका स्वागत है. केजरीवाल ने कहा, 'मैं मनोहर पर्रिकर का सम्मान करता हूं. अगर उनके पुत्र आम आदमी पार्टी में शामिल होने के इच्छुक हों तो उनका स्वागत है.'