हैदराबाद : कोरोना की दूसरी लहर आने के बाद सरकार ने वैक्सीनेशन को लेकर गति बढ़ाने का प्रयास किया. एक मई से 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए इसकी शुरुआत कर दी गई. लेकिन वैक्सीन की किल्लत होने की वजह से यह अभियान सफल नहीं हो सका. अभी तो 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन नहीं मिल पा रही है, तो 18-45 साल वालों को कब मिलेगी, इसकी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है. कुछ राज्यों में 18-45 साल वालों को वैक्सीन मिली है. वैक्सीन की कमी को खत्म करने के लिए कुछ राज्यों ने ग्लोबल टेंडर की घोषणा कर दी है.
किसे कहते हैं ग्लोबल टेंडर
- इस प्रक्रिया में कोई भी कंपनी भाग ले सकती है. उसे आवश्यक मात्रा और सामग्री की गुणवत्ता सुनिश्चित करनी होगी.
- वैश्विक निविदा दुनिया भर के देशों की कंपनियों को जारी की गई एक निविदा होती है. संबंधित विभाग अपनी वेबसाइट पर या फिर राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मीडिया के माध्यम से निविदा जारी करता है.
- खरीद प्रक्रिया पारदर्शी होती है. सभी को मौका दिया जाता है. इस निविदा प्रणाली के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को भी माल की आपूर्ति के लिए बोली लगाने के लिए आमंत्रित किया जाता है.
- जिस कंपनी की बोली सबसे अधिक किफायती होगी, उसे ही निविदा जारी की जाएगी.
इस ग्लोबल टेंडर में भाग लेने वाली मुख्य कंपनी हैं -
- मॉडर्ना
- गैमल्या (स्पूतनिक)
- जॉनसन एंड जॉनसन