नई दिल्ली :राजधानी में अपहरण के मामलों में भले ही 2020 में कमी आई हो, लेकिन लड़कियों के अपहरण का प्रतिशत लगातार (girls kidnapping percentage) बढ़ रहा है. प्रजा फाउंडेशन ने हाल में कानून व्यवस्था को लेकर जारी की गई रिपोर्ट में इसका खुलासा किया है. इसमें बताया गया है कि लड़कों के अपहरण का प्रतिशत दिल्ली में घट रहा है, जबकि लड़कियों के अपहरण का प्रतिशत (girls kidnapping percentage) बीते दो वर्षों से बढ़ रहा है. 2020 में हुए अपहरण की 73 फीसदी घटनाएं लड़कियों के साथ हुई हैं.
जानकारी के अनुसार, राजधानी में अपहरण के मामले दिल्ली पुलिस के लिए बड़ी चिंता का विषय है. खासतौर से छोटे बच्चों के अपहरण को लेकर दिल्ली पुलिस ऑपरेशन मिलाप के तहत बच्चे तलाश रही है. हाल ही में प्रजा फाउंडेशन द्वारा जारी किए गए आंकड़े बताते हैं कि बीते 5 सालों में अपहरण के मामलों में लगातार कमी देखने को मिली है. 2016 में जहां अपहरण के 6596 मामले सामने आए थे तो वहीं वर्ष 2020 में यह आंकड़ा घटकर 4051 पर आ गया है, लेकिन 2016 में जहां अपहरण के 62 फीसदी मामले लड़कियों के थे तो वहीं 2020 में यह बढ़कर 73 फीसदी तक पहुंच गए हैं.
प्रजा फाउंडेशन की रिपोर्ट में बताया गया है कि राजधानी में 12 से 18 साल की लड़कियों के अपहरण के मामले सबसे ज्यादा हो रहे हैं. छह साल से कम उम्र की बच्ची के अपहरण के मामले लगभग एक फीसदी हैं. 6 से 12 साल की बच्चियों के अपहरण के मामले 6 से 9 फीसदी के बीच रहते हैं. 12 से 16 साल की बच्चियों के अपहरण के मामले 2018 में जहां 29 फीसदी थे तो वहीं 2020 में यह बढ़कर 37 फीसदी तक पहुंच गए हैं.
इसी तरह 16 से 18 वर्ष की उम्र की लड़कियों के अपहरण के मामले जहां 2019 में 26 फीसदी थे तो वर्ष 2020 में वह बढ़कर 31 फीसदी हो गए हैं. इस रिपोर्ट के अनुसार 2020 में हुए अपहरण के मामलों में 12 से 18 साल की उम्र के बच्चों की संख्या 89 फीसदी थी. वहीं इस उम्र की लड़कियों की बात की जाए तो उनके अपहरण का प्रतिशत 2020 में 68 फीसदी रहा है जो वर्ष 2019 में 58 फीसदी था.