अमृतसर : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) ने शुक्रवार को ज्ञानी रघबीर सिंह को अकाल तख्त का नया जत्थेदार नियुक्त किया. उन्होंने ज्ञानी हरप्रीत सिंह की जगह ली है. ज्ञानी हरप्रीत सिंह को 2018 में (एसजीपीसी का) कार्यवाहक जत्थेदार नियुक्त किया गया था.
यहां एसजीपीसी के कार्यकारी सदस्यों की आपात बैठक में ज्ञानी रघबीर सिंह (53) को नया जत्थेदार नियुक्त करने का फैसला किया गया. ज्ञानी हरप्रीत सिंह हालांकि बठिंडा में तख्त दमदमा सहिब के जत्थेदार बने रहेंगे.
दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद राघव चड्ढा और अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा की सगाई कार्यक्रम में ज्ञानी हरप्रीत सिंह की उपस्थिति ने पिछले महीने एक विवाद खड़ा कर दिया था. शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के नेता विरसा सिंह वल्टोहा ने कार्यक्रम में सिंह की उपस्थिति का विरोध किया था.
पहले वह शिरोमणि अकाली दल के वर्तमान नेतृत्व पर सवाल उठाने को लेकर खबरों में रहे थे. एसजीपीसी ने हालांकि कहा कि वर्तमान नियुक्ति का इन मुद्दों से कोई लेना-देना नहीं है.
एसजीपीसी प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी ने यहां मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने स्वयं ही अकाल तख्त का अतिरिक्त प्रभार त्याग दिया है.
धामी ने कहा कि उन्होंने स्वयं ही अकाल तख्त का नियमित जत्थेदार नियुक्त करने की मांग उठायी थी. उन्होंने कहा, 'इसके लिए उनकी प्रशंसा की जानी चाहिए क्योंकि ऐसा पद छोड़ना आसान नहीं होता है. ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने एक उदाहरण पेश किया है. एसजीपीसी इसके लिये उनका सम्मान करती है.'