नई दिल्ली : दिसंबर में एकत्र किए गए करीब 500 नमूनों के जीनोम अनुक्रमण अभी देशभर में भारतीय सार्स-कोवि-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (इन्साकॉग) प्रयोगशालाओं में किए जा रहे हैं. सूत्रों ने कुछ देशों में कोविड के मामले तेजी से बढ़ने के बीच एक शीर्ष सरकारी अधिकारी की अध्यक्षता में शनिवार को हुई उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक के दौरान यह कहा. देश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा करने और 22 दिसंबर की समीक्षा बैठक के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा जारी किए गए निर्देशों के अनुपालन के लिए वरिष्ठ अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी.के. मिश्रा ने बैठक की अध्यक्षता की.
बैठक के दौरान, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने सूचित किया कि वाणिज्य मंत्रालय को चीन को औषधीय उत्पादों और उपकरण के निर्यात की निगरानी करने को कहा गया है. मिश्रा को चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, ब्राजील आदि सहित कुछ देशों में कोविड के मामले तेजी से बढ़ने के चलते महामारी के उभरते वैश्विक परिदृश्य से अवगत कराया गया. यह सूचित किया गया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने 23 दिसंबर को कोविड-19 पर राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ डिजिटल माध्यम से हुई एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की थी.
उन्होंने बताया कि मुख्य जोर कोविड से जुड़े व्यवहार के बारे में जागरूकता फैलाना, देशभर में जांच में तेजी लाने सहित निगरानी बढ़ाना, टीके की एहतियाती खुराक देने में तेजी लाने पर था. यह सूचित किया गया कि प्रधानमंत्री के निर्देशों के मुताबिक 27 दिसंबर को देशभर के अस्पतालों में मॉक ड्रिल की गई. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 21,097 अस्पतालों में मॉक ड्रिल की गई जिनमें 16,108 सरकारी संस्थान थे. करीब 1,716 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के यात्रियों पर नजर रखी गई और 5,666 नमूने कोविड-19 जांच के लिए एकत्र किए गए.
बैठक में यह बताया गया कि पूर्व चेतावनी संकेत को जानने के लिए एसएआरआई, आईएलआई और इसतरह के रोगों के मामलों की निगरानी राज्यों में शुरू कर दी गई है. इसकी साप्ताहिक रिपोर्ट राज्यों द्वारा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजी जा रही है. यह बताया गया कि प्रधानमंत्री के निर्देशानुसार, संपूर्ण जीनोम अनुक्रमण को मजबूत करने और देशभर से इन्साकॉग नेटवर्क को बड़ी संख्या में नमूने भेजे जा रहे हैं.